नीति आयोग ने सोमवार को सभी राज्यों की प्रगति रिपोर्ट जारी की। जिसमें पूरे देश में गरीबी का प्रतिशत 24.85 से घटकर अब 14.96 प्रतिशत हो गया है। वहीं उत्तर प्रदेश की बात करें तो यह अव्वल नंबर पर है। यहां पर 3,42,72,484 लोग बहुस्तरीय गरीबी से बाहर आए हैं। इस कारण वर्ष 2015-16 के मुकाबले वर्ष 2019-21 में यूपी की कुल आबादी का 37.68 प्रतिशत गरीब तबका था जो घटकर अब 22.93 हो गया है। गरीबों की संख्या घटाने के मामले में यूपी के बाद बिहार, मध्य प्रदेश, उड़ीसा व राजस्थान है।
गरीबी में कमी लाने वाले दस जिल (प्रतिशत में)
महाराजगंज= 29.64
गोंडा= 29.55
बलरामपुर= 27.90
कौशाम्बी=25.75
खीरी= 25.23
श्रावस्ती= 24.42
जौनपुर= 24.65
बस्ती= 23.36
गाजीपुर=22.83
कुशीनगर= 22.28
चित्रकूट= 21.40
उत्तर प्रदेश को लेकर गरीबी के आंकड़े दर्शाते हैं कि किस तरह से योगी सरकार यूपी में गरीबों के हित में काम कर रही है। पिछले 6 सालों में उत्तर प्रदेश सरकार ने सीएम योगी के नेतृत्व में ऐसी कई योजनाएं बनाई है, जिससे गरीबों को फायदा हुआ है चाहे वह आर्थिक तौर पर या फिर सामाजिक तौर पर।
वित्त वर्ष 2015-16 से लेकर 2019-21 के मोदी सरकार के 5 वर्षों के दौरान 13.5 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकलने में सफलता मिली है।