रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन नीता अंबानी के अनुसार भारत सही जगह और समय पर है और इसकी समृद्ध व संस्कृति दुनिया भर के लोगों को आकर्षित कर रही है। नीता अंबानी के फाउंडेशन ने न्यूयॉर्क में एक कला प्रदर्शनी का समर्थन किया है। द ट्री एंड द सर्पेंट नामक यह आयोजन मेट्रोपॉलिटन म्यूजियम ऑफ आर्ट में किया गया। फाउंडेशन की चेयरपर्सन ने बताया कि यह म्यूजियम में चौथा आयोजन है।
उन्होंने कहा कि हमने इसकी शुरुआत 2016 में नसरील मोहामदी के साथ की थी। उन्होंने कहा कि एनएमएसीसी (नीता मुकेश अंबानी कल्चरल सेंटर) में हमारा विजन है कि वैश्विक स्तर पर जो सर्वश्रेष्ठ है उसे भारत लाएं। उन्होंने कहा कि इसलिए मैं यहां आकर इस विशाल प्रदर्शनी का हिस्सा बनकर बहुत खुश हूं।
भारतीय संस्कृति में दुनियाभर के लोगों की दिलचस्पी
प्रदर्शनी “द ट्री एंड द सर्पेंट” दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व से 4 ईस्वी की अवधि तक की बौद्ध कला का हिस्सा है। उन्होंने कहा, ‘इसलिए मैं यहां आकर काफी उत्साहित हूं। भारत बौद्ध धर्म का उद्गम स्थल है और बौद्ध धर्म भारतीय लोकाचार के साथ जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि उनका फाउंडेशन दुनिया के विभिन्न संग्रहालयों के साथ सहयोग करने और भारत में कला लाने पर भी विचार कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘एनएमएसीसी खुलने के बाद पिछले तीन महीनों में हमने एक दिन में 5000 से 6000 लोगों को आते देखा। सिर्फ दो प्रदर्शनों के लिए हमारे पास डेढ़ लाख से अधिक लोग आए थे। भारत अब सही जगह और समय पर है। भारतीय संस्कृति में बहुत कुछ ऐसा है, जो दुनिया भर के लोगों के लिए दिलचस्प है।
भारत का अपनी तरह का पहला, बहु-विषयक सांस्कृतिक स्थान, नीता मुकेश अंबानी सांस्कृतिक केंद्र, लगभग तीन महीने पहले खोला गया था, जिसका उद्देश्य संगीत, रंगमंच, ललित कला और शिल्प में दुनिया के सामने भारत के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को प्रदर्शित करना है। केंद्र का नाम रिलायंस फाउंडेशन की संस्थापक और अध्यक्ष नीता मुकेश अंबानी के नाम पर रखा गया था। सांस्कृतिक केंद्र मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स के केंद्र में स्थित जियो वर्ल्ड सेंटर के भीतर स्थित है।