हिंसा की आग में बीते 78 दिनों से झुलस रहे मणिपुर में एक समुदाय की दो महिलाओं के साथ हुई बर्बरता ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना का वीडियो सामने आया तो देखने वालों की रूह कांप गई। दो महिलाओं को भीड़ ने बिना कपड़ों के परेड कराई। आरोप है कि इन महिलाओं के साथ दरिंदगी भी की गई। वायरल वीडियो राज्य सरकार एक्शन में आ गई है। आइए जानते हैं राज्य सरकार ने अब तक क्या किया….
मुख्य आरोपी गिरफ्तार
महिलाओं को नग्न करके परेड कराए जाने के मामले में मणिपुर पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस घटना में शामिल अन्य आरोपियों को पकड़ने की कोशिश में जुटी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दो महिलाओं के साथ क्रूरता के हालिया वायरल वीडियो पर मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह से बात की है।
मौत की सजा पर हो रहा विचार
घटना पर जारी हंगामे के बीच राज्य के सीएम एन बीरेन सिंह ने कहा, “मेरी संवेदनाएं उन दो महिलाओं के प्रति हैं जिनके साथ बेहद अपमानजनक और अमानवीय कृत्य किया गया। जैसा कल सामने आए वीडियो में दिखाया गया है। वीडियो सामने आने के तुरंत बाद घटना का स्वत: संज्ञान लेते हुए मणिपुर पुलिस हरकत में आई और आज सुबह पहली गिरफ्तारी की।” उन्होंने आगे कहा, फिलहाल मामले की जांच चल रही है और हम ये सुनिश्चित करेंगे कि सभी अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, जिसमें मृत्युदंड की संभावना पर भी विचार किया जाए। हमारे समाज में ऐसे घिनौने कृत्यों के लिए बिल्कुल भी जगह नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट ने लिया संज्ञान
मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई बर्बरता की घटना पर राज्य सरकार के एक्शन के बीच सुप्रीम कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया है। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि वह महिलाओं को नग्न घुमाए जाने के वीडियो से वास्तव में परेशान हैं। उन्होंने कहा, ऐसी घटनाओं को बिल्कुल भी स्वीकार नहीं किया जा सकता है। सरकार को कार्रवाई का आदेश देते हुए सीजेआई ने कहा, अगर सरकार कार्रवाई नहीं करती है तो हम करेंगे। चीफ जस्टिस ने कहा, हिंसाग्रस्त क्षेत्र में महिलाओं को सामान की तरह इस्तेमाल किया गया। हमें बताया जाए कि इसके लिए जिम्मेदार लोगों पर क्या कार्रवाई हुई?
वीडियो शेयर करने पर रोक
केंद्र सरकार ने गुरुवार को बड़ा कदम उठाते हुए मणिपुर में महिलाओं पर बर्बरता के वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर करने पर रोक लगा दी है। केंद्र सरकार की ओर से ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को निर्देश जारी करते हुए मणिपुरी महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने के वायरल वीडियो को शेयर करने से रोकने को कहा गया है।