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AAP सांसद संजय सिंह संसद के मानसून सत्र से निलंबित, जानिए जगदीप धनखड़ ने क्यों लिया एक्शन

आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह को संसद के मानसून सत्र से निलंबित कर दिया गया है। उन्हें पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है। बता दें कि राज्यसभा सभापति उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने उन्हें निलंबित किया है। आप सांसद संजय सिंह के खिलाफ यह कार्रवाई पीयूष गोयल की शिकायत पर की गई है। जगदीप धनखड़ ने कहा कि मेरे बार-बार मना करने के बावजूद भी संजय सिंह नहीं माने और उन्होंने मेरे मना करने के बावजूद भी संसद सत्र को बाधित किया।

वहीं, संजय सिंह के खिलाफ हुई इस कार्रवाई पर आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है। हालांकि, हमारी लीगल टीम पूरी स्थिति को देखेगी। बताया जा रहा है कि संजय सिंह के खिलाफ हुई इस कार्रवाई के बाद विपक्षी दल जल्द ही उपराष्ट्रपति से मिलेंगे।

क्यों हुआ एक्शन?

बता दें कि संसद के मानसून सत्र में इन दिनों मणिपुर हिंसा को लेकर पक्ष और विपक्ष की जुबानी जंग जारी है। विपक्षी दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मसले पर बयान जारी किए जाने की मांग कर रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ सत्तापक्ष का कहना है कि हम चर्चा के लिए तैयार हैं। लेकिन विपक्षी दल लगातार संसद सत्र को अपने हंगामे से बाधित कर रहे हैं। इसी कड़ी में आज संजय सिंह को हंगामा करने के आरोप में संसद के पूरे सत्र से बाधित कर दिया गया है।

संजय सिंह सत्र शुरू होने के साथ ही काफी एग्रेसिव नजर आ रहे थे, वो लगातार पीएम मोदी के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। साथ ही पीएम मोदी से मणिपुर पर बयान जारी करने की मांग कर रहे थे। जिसके बाद सरकार की तरफ से केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने राज्यसभा सभापति और जगदीप धनखड़ से संजय सिंह को सस्पेंड किए जाने की अपील की। जिसके बाद जगदीप धनखड़ ने संजय सिंह को पूरे मानसून सत्र के लिए निलंबित कर दिया।

जगदीप धनखड़ ने कहा कि “मैं संजय सिंह को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर रहा हूं। क्योंकि वो लगातार सदन में नारेबाजी कर रहे हैं और मेरे बार बार मना करने के बावजूद सदन के कार्य में बाधा डाल रहे हैं।

सनद रहे कि बीते दिनों हिंसाग्रस्त राज्य मणिपुर से दो महिलाओं को नग्न कराकर परेड कराने का मामला प्रकाश में आया था , जिसके बाद से केंद्र की मोदी सरकार से लगातार विपक्ष की ओर से तीखे सवाल किए जा रहे हैं। उधर, केंद्र सरकार स्पष्ट कर चुकी है कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अब तक इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, लेकिन इसके बावजूद भी ना मणिपुर में महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस कर पा रही हैं और ना वहां शांति स्थापित करने की दिशा में कोई कदम उठाया गया है। बहरहाल, अब आगामी दिनों में क्या कुछ कदम उठाए जाते हैं। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

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Vipin Srivastava
Vipin Srivastava
journalist, writer @jankibaat1

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