1984 के दंगों से जुड़े एक मामले में यहां की एक अदालत द्वारा कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर को समन जारी करने पर बुधवार को सिख नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के प्रति आभार जताया।
दिल्ली की एक अदालत ने 1984 के सिख-विरोधी दंगों के दौरान पुल बंगश इलाके में तीन लोगों की हत्या और एक गुरुद्वारे में आग लगाए जाने के मामले में लगभग 39 साल बाद बुधवार को इस हत्याकांड मामले में कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर को पांच अगस्त को तलब किया है।
भाजपा नेता सरदार आर.पी. सिंह ने कहा, ‘‘हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के आभारी हैं। जिन्होंने मामले को आगे बढ़ाया और सीबीआई द्वारा उचित तरीके से जांच की गई। 39 वर्षों के बाद अब हम उम्मीद की एक किरण देख सकते हैं।’’
भाजपा के एक अन्य सिख नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने आरोप लगाया कि “1984 के सिख विरोधी दंगों के आरोपियों को ना केवल कांग्रेस द्वारा बचाया गया बल्कि उन्हें पार्टी और सरकार में उच्च पदों पर भी पदोन्नत किया गया।”
सिरसा ने आरोप लगाया, ‘‘इतने वर्षों में, मानवता के हत्यारों को बचाया गया क्योंकि कांग्रेस सरकारें सत्ता में थीं, जिन्होंने ना केवल उन्हें संरक्षण दिया बल्कि जांच एजेंसियों को उनके खिलाफ एक भी कदम नहीं उठाने का आदेश दिया।’’
उन्होंने कहा कि यह केवल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व वाली सरकार के कारण है कि जांच एजेंसियों ने कांग्रेस नेताओं के खिलाफ मामलों की सही जांच की।
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) के अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका ने कहा कि टाइटलर के खिलाफ जारी अदालती समन सिखों के लिए एक बड़ी जीत है।