बीजेपी के आईटी सेल के प्रमुख और सह-प्रभारी अमित मालवीय ने एक वीडियो को ट्वीट करते हुए ममता बनर्जी सरकार को आड़े हाथ लिया। पश्चिम बंगाल पुलिस ने मुहर्रम की पूर्व संध्या पर कालियाचक में दुर्गा मंदिर पर नाकेबंदी कर दी।
उन्होंने लिखा यह ममता बनर्जी की धर्मनिरपेक्षता का ब्रांड है, जो हिंदुओं को अपमानित और बदनाम करता है, जो उनके प्रशासन के तहत दोयम दर्जे के नागरिक बनकर रह गए हैं। यह कानून-व्यवस्था संभालने में उनकी अक्षमता को भी दर्शाता है।
अमित मालवीय ने लिखा मुख्यमंत्री का ऐसा पक्षपातपूर्ण दृष्टिकोण, सामाजिक एकजुटता को तोड़ता है और दोष रेखाओं को बढ़ाता है। उनकी राजनीति इसी पर पनपती है।
West Bengal police blocks and barricades Durga Mandir in Kaliachak on the eve of Muharram.
This is Mamata Bannerjee’s brand of secularism, which demeans and denigrates Hindus, who have been reduced to second grade citizens under her administration. It also shows her inability to… pic.twitter.com/mEAeEByN0D
— Amit Malviya (@amitmalviya) July 29, 2023
बीते 19 जुलाई को भी मालदा के पकुआहाट इलाके में एक घटना हुई। उस पर भी मालवीय ने कहा था कि पश्चिम बंगाल में आतंक जारी है। मालदा के बामनगोला पुलिस स्टेशन के पकुआ हाट इलाके में दो आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र किया गया, प्रताड़ित किया गया और बेरहमी से पीटा गया, जबकि पुलिस मूकदर्शक बनी रही।
उन्होंने अपने ट्विट में आगे लिखा कि ये सब पश्चिम बंगाल को एक ऐसी त्रासदी की ओर ले जा रहा है, जिससे ममता बनर्जी का दिल टूट जाना चाहिए था और वह केवल आक्रोश जताने के बजाय कार्रवाई कर सकती थीं, क्योंकि वह बंगाल की गृह मंत्री भी हैं। लेकिन उसने कुछ नहीं करने का फैसला किया, न तो उन्होंने इस बर्बरता की निंदा की और न ही दुख और पीड़ा व्यक्त की क्योंकि इससे एक मुख्यमंत्री के रूप में उनकी खुद की विफलता उजागर होती।