पुणे में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, शरद और अजित पवार तीनों एक साथ मंच पर नजर आने वाले हैं। पीएम को एक अगस्त को पुणे में लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
इस कार्यक्रम में आयोजकों ने शरद पवार को चीफ गेस्ट के रूप में इन्विटेशन भेजा है, जबकि उनके भतीजे और मौजूदा डिप्टी सीएम अजीत पवार गेस्ट की लिस्ट में शामिल हैं। हालांकि महाराष्ट्र में एनसीपी प्रमुख शरद पवार को पुणे के इस कार्यक्रम में शामिल न होने के लिए मनाने की कोशिशें चल रही हैं।
प्रधानमंत्री मोदी इस पुरस्कार से सम्मानित होने वाले 41वें व्यक्ति होंगे। इससे पहले यह पुरस्कार पूर्व राष्ट्रपति डॉ. शंकर दयाल शर्मा और प्रणब मुखर्जी, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, इंदिरा गांधी और मनमोहन सिंह, मशहूर व्यवसायी एन आर नारायणमूर्ति तथा ‘मेट्रो मैन’ ई श्रीधरन को प्रदान किया जा चुका है। पीएम मोदी दोपहर 12 बजकर 45 मिनट पर मेट्रो ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे और विभिन्न विकास परियोजनाओं की आधाशिला रखेंगे एवं उनका उद्घाटन करेंगे।
तिलक स्मारक मंदिर ट्रस्ट के उपाध्यक्ष रोहित तिलक ने सोमवार को पुष्टि की कि पवार पुरस्कार समारोह में भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं है। पवार मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में भाग लेंगे। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार, महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस तथा न्यासी सुशील कुमार शिंदे भी कार्यक्रम में भाग लेंगे। रोहित तिलक ने कहा कि उनका संगठन गैर-राजनीतिक है और पुरस्कार सभी वर्गों के लोगों को दिया जाता है।
वहीं संजय राउत ने कहा बीजेपी ने न सिर्फ एनसीपी को दो टुकड़ों में तोड़ दिया है बल्कि पीएम ने एनसीपी को भ्रष्ट पार्टी बताया है। अगर एनसीपी को इतना नुकसान हुआ है तो उसके पार्टी प्रमुख प्रधानमंत्री का अभिनंदन कैसे कर सकते हैं? ऐसा करके पवार अपनी ही छवि और प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाएंगे। मुझे लगता है कि पवार को समारोह में शामिल होने से बचना चाहिए।