प्रदीप भंडारी ने अपने विश्लेषण में विस्तृत रूप से बताया की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्पष्ट विजन और I.N.D.I.A के सोच के बिच कितना बड़ा अंतर है।
उन्होंने बताया प्रधानमंत्री मोदी आर्थिक विकास, सामाजिक कल्याण और तकनीकी नवाचार के आधार पर एक परिवर्तनकारी भारत देखते हैं। उनके विजन में ‘मेक इन इंडिया’ और ‘डिजिटल इंडिया’ जैसी पहलें शामिल हैं, जिसका उद्देश्य मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ाना, डिजिटल डिवाइड को पाटना और टेक्नोलॉजी के माध्यम से लोगों को सशक्त बनाना है।
उन्होंने बताया प्रधानमंत्री मोदी हमेशा एक ‘आत्मनिर्भर भारत’ का निर्माण करने का विजन रखते रहे हैं, जहाँ भारतीय सेना के लिए रक्षा उपकरणों का निर्माण स्वदेशी तरीके से किया जाता है। उन्होंने यह भी इंगित किया कि कैसे गणतंत्र दिवस परेड के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने 21 तोपों की सलामी के दौरान भारत में बने हुए आर्टिलरी गन का उपयोग करने पर जोर दिया।
वहीं प्रदीप भंडारी ने बताया कि I.N.D.I.A. मंच तो एक है लेकिन दल अनेक हैं। यहां देश के वो तमाम क्षेत्रीय क्षत्रप मौजूद हैं, जिन्होंने अपने दम पर मोदी मैजिक को अपने गढ़ में रोका है। इनमें अरविंद केजरीवाल, हेमंत सोरेन, ममता बनर्जी, सिद्दारमैया जैसे नेता शामिल हैं। यहां विपरीत विचारधाराओं से जुडे़ कई दल दिखे, जो राज्य में एक-दूसरे के कट्टर सियासी दुश्मन हैं। अब तक सब अलग-अलग चुनाव लड़ते थे, लेकिन अब एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे, लेकिन पीएम उम्मीदवार कौन होगा ये आज तक ये निर्णय नहीं कर पा रहे हैं।