दिल्ली के अधिकारियों की ट्रांसफर और पोस्टिंग से जुड़े अध्यादेश की जगह लेने वाले विधेयक पर लोकसभा में आज चर्चा हुई। इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री ने विधेयक के पक्ष में तर्क देते हुए पंडित जवाहरलाल नेहरू, डॉ बी.आर. आंबेडकर, सरदार वल्लभ भाई पटेल, राजाजी और राजेंद्र प्रसाद का जिक्र किया। अमित शाह ने कहा कि 1993 से यह कानून आया और उसके बाद कई बार केंद्र में कांग्रेस की सरकार रही और राज्य में बीजेपी की जबकि कई बार केंद्र में बीजेपी की सरकार रही और राज्य में बीजेपी की लेकिन कभी इतनी बड़ी लड़ाई नहीं हुई।
अमित शाह ने कहा कि 2015 के बाद आम आदमी पार्टी की सरकार बनी और फिर लड़ाई शुरू हुई है। गृह मंत्री अमित शाह ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि दरअसल ट्रांसफर पोस्टिंग की बात ही नहीं है, आम आदमी पार्टी केवल लड़ना चाहती है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार विजिलेंस विभाग अपने अंडर लेना चाहती है ताकि उनके भ्रष्टाचार छुप जाए।
अमित शाह के बयान पर लोकसभा में नेता कांग्रेस अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ”आपको जब जरूरत होती है तो आप पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की मदद लेते हैं, लेकिन आप सच में नेहरू की सहायता लेते तो मणिपुर हिंसा और हरियाणा में हो रही हिंसा सामने नहीं आती।”