केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने गुरुवार को कहा कि भारत में पिछले एक दशक में अंग दान में तीन गुना वृद्धि देखी गई है। उन्होंने बताया कि 2013 में वार्षिक संख्या 5,000 से बढ़कर वर्तमान में 15,000 हो गई है।
मनसुख मंडाविया ने 13वें भारतीय अंग दान दिवस को संबोधित करते हुए कहा, “किसी दूसरे व्यक्ति को जीवन देने से बड़ी मानवता की सेवा नहीं हो सकती। 2013 में लगभग 5000 लोग अपने अंग दान करने के लिए आगे आए। जबकि अब सालाना 15,000 से अधिक अंग दाता हैं।”
यह कार्यक्रम मृतकों के परिवारों को उनके साहसी निर्णयों के लिए सम्मानित करने, अंग दान के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाने और इस क्षेत्र में चिकित्सा पेशेवरों के काम को स्वीकार करने के लिए आयोजित किया गया था।
मनसुख मंडाविया ने आगे बताया कि सरकार ने देश भर में अंग दान बढ़ाने के लिए विभिन्न उपाय लागू किए हैं। इसमें अंग दाताओं के लिए छुट्टी की अवधि 30 से बढ़ाकर 60 दिन करना, दाताओं के लिए 65 वर्ष की आयु सीमा को हटाना और अंग दान प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करना शामिल है।