पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान को तोशाखाना मामले में अदालत ने तीन साल की सजा सुनाई गई है। इसी के साथ पूर्व पीएम इमरान खान को पांच साल के लिए राजनीति से अयोग्य घोषित किया गया है। इस्लामाबाद से आ रही इस बड़ी खबर के मुताबिक पीटीआई राष्ट्रीय अध्यक्ष इमरान खान को चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित कर दिया गया।
गिरफ्तारी से ठीक पहले इमरान ने कहा कि मेरी गिरफ्तारी अपेक्षित थी और मैंने अपनी गिरफ्तारी से पहले यह संदेश रिकॉर्ड किया है। यह लंदन योजना को पूरा करने की दिशा में एक और कदम है, लेकिन मैं चाहता हूं कि मेरी पार्टी के कार्यकर्ता शांतिपूर्ण, दृढ़ और मजबूत रहें।
उन्होंने कहा हम किसी और के सामने नहीं बल्कि अल्लाह के सामने झुकते हैं। उन्होंने कहा कि आपको अपने घरों में छिपकर नहीं बैठना है। अगर आप अपने हुकूक के लिए खड़े नहीं होंगे, तो गुलामों की जिंदगी गुजारेंगे। इमरान ने अपने समर्थकों से कहा कि कोई भी आजादी को प्लेट में रखकर नहीं देता, जंजीरें गिरती नहीं है, तोड़नी पड़ती हैं। ऐसे में सवाल ये है कि इमरान की इस गिरफ्तारी का उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पर क्या असर होगा?
बताते चलें कि तोशाखाना मामला क्या है,2018 में सत्ता में आए इमरान खान को आधिकारिक यात्राओं के दौरान करीब 14 करोड़ रुपये के 58 उपहार मिले थे। इन महंगे उपहारों को तोशाखाना में जमा किया गया था। बाद में इमरान खान ने इन्हें तोशखाने से सस्ते दाम पर खरीद लिया और फिर महंगे दाम पर बाजार में बेच दिया। इस पूरी प्रक्रिया के लिए उन्होंने सरकारी कानून में बदलाव भी किए।