सोमवार को राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता बहाल होने के तुरंत बाद, कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के शीर्ष नेताओं ने इस अवसर का जश्न मनाना शुरू कर दिया।
इस अवसर पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी और पार्टी के अन्य नेताओं ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी। राहुल गांधी की सदस्यता बहाली का जश्न सोनिया गांधी के आवास के बाहर भी शुरू हुआ, जहां पार्टी कार्यकर्ता ढोल नगाड़ों के साथ नाचते नजर आए।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे खड़गे ने लोकसभा सचिवालय के इस कदम का स्वागत किया और कहा कि इससे भारत के लोगों को राहत मिली है। उन्होंने कहा “राहुल गांधी को सांसद के रूप में वापस बहाल करने का निर्णय एक स्वागत योग्य कदम है। यह भारत के लोगों और विशेष रूप से वायनाड के लोगों के लिए राहत देने वाला है। भाजपा और मोदी सरकार को उनका जो भी समय बचा है, उन्हे इसका उपयोग वास्तविक शासन पर ध्यान केंद्रित करके करना चाहिए।”
The decision to reinstate Shri @RahulGandhi as an MP is a welcome step.
It brings relief to the people of India, and especially to Wayanad.
Whatever time is left of their tenure, BJP and Modi Govt should utilise that by concentrating on actual governance rather than… pic.twitter.com/kikcZqfFvn
— Mallikarjun Kharge (@kharge) August 7, 2023
राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता बहाली पर संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी का कहना है, “हमने कानूनी प्रक्रिया का पालन किया और सुप्रीम कोर्ट का आदेश मिलने के तुरंत बाद हमने इसे बहाल कर दिया।”
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को एक अंतरिम आदेश में ‘मोदी सरनेम’ टिप्पणी मामले पर राहुल गांधी की सजा पर रोक लगा दी। सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात उच्च न्यायालय के आदेश को चुनौती देने वाली कांग्रेस नेता की अपील पर गुजरात सरकार और शिकायतकर्ता को नोटिस जारी किया।
गुजरात हाई कोर्ट ने पहले अपने आदेश में आपराधिक मानहानि मामले में उनकी सजा पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था, जिसमें राहुल गांधी को ‘मोदी उपनाम’ टिप्पणी पर सूरत अदालत ने दो साल जेल की सजा सुनाई थी। मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद राहुल गांधी को 24 मार्च को केरल के वायनाड से सांसद के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया था।