केंद्र सरकार ने मंगलवार को राज्यसभा को बताया कि भारत ने पिछले दो वर्षों (2021-2022 से 2022-23) में कुल 1,240.6 मिलियन डॉलर के आयुष और हर्बल उत्पादों का निर्यात किया है।
2021-2022 में कुल 612.1 मिलियन डॉलर के आयुष और हर्बल उत्पादों का निर्यात किया गया, जबकि 2022-2023 में 628.25 मिलियन डॉलर के आयुष और हर्बल उत्पादों का निर्यात किया गया। केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने एक लिखित उत्तर के माध्यम से जवाब देते हुए यह जानकारी दी।
इंडिया एक्ज़िम बैंक द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों का हवाला देते हुए मंत्री सोनेवाल ने कहा कि आयुष और हर्बल उत्पादों को विभिन्न खुराक रूपों जैसे टैबलेट, पाउडर, जेल, घी, पेस्ट, गोलियां, आईड्रॉप्स, नाक की बूंदें, बॉडी लोशन, त्वचा और बालों की देखभाल के उत्पादों में निर्यात किया जाता है।
मंत्री सोनेवाल ने यह भी कहा कि भारत के आयुष और हर्बल उत्पादों के निर्यात में पिछले कुछ वर्षों के दौरान वृद्धि देखी गई है।
सांसद कार्तिकेय शर्मा द्वारा आयुर्वेदिक दवाओं के निर्यात को बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा लागू की जा रही योजनाओं और भविष्य के प्रस्ताव के बारे में पूछे जाने पर सोनोवाल ने कहा, “आयुष और हर्बल उत्पादों के निर्यात को बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा कई योजनाएं लागू की जा रही हैं।”