भारत में फिनटेक क्षेत्र में उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) के साथ 3,085 स्टार्टअप पंजीकृत हैं। ये जानकारी कारपोरेट मामलों के राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में लोकसभा में दी। मंत्री ने कहा कि डीपीआईआईटी की स्टार्टअप इंडिया पहल के तहत, भारत में 30 अप्रैल, 2023 तक 56 अलग अलग क्षेत्रों में 98,119 स्टार्टअप हैं।
लिखित उत्तर में, MoS राव इंद्रजीत सिंह ने फिनटेक स्टार्टअप सहित कई क्षेत्रों में स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा की गई विभिन्न पहलों को साझा किया। फिनटेक क्षेत्र में निवेश आकर्षित करने के लिए, सरकार ने फिनटेक और टेकफिन्स पर ध्यान केंद्रित करते हुए “फिन-टेक एंटिटी फ्रेमवर्क” लॉन्च करने के लिए “इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विस सेंटर अथॉरिटी” (IFSCA) को अधिसूचित किया है।
इसके अलावा, व्यापक इंटरनेट कनेक्टिविटी के साथ साथ जन धन- आधार- मोबाइल (JAM ट्रिनिटी), या जन धन बैंक खातों ने फिनटेक को एक व्यापक कस्टमर बेस तक पहुंचने में मदद की। जिसकी वजह से ग्राहकों और बिजनेस दोनो को फायदा हुआ है।
मार्केट इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म ट्रैक्सन ने अपनी फिनटेक – इंडिया सेमी एनुअल फंडिंग रिपोर्ट – H1 2023 में कहा है कि 2023 की पहली छमाही (H1) में फिनटेक स्टार्टअप्स में फंडिंग 67 प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ $1.4 बिलियन हो गई, जो 2022 की पहली छमाही में जुटाई गई $4.3 बिलियन थी। रिपोर्ट के अनुसार, फंडिंग में गिरावट काफी हद तक शुरुआती चरण के निवेश में गिरावट के कारण हुई, जो कि H1 2022 और H2 2022 से क्रमशः 81 प्रतिशत और 68 प्रतिशत कम हो गई है।
H1 2023 की सीड-स्टेज फंडिंग में H2 2022 और H1 2022 से क्रमशः 38 प्रतिशत और 70 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। दूसरी ओर, ट्रैक्सन की रिपोर्ट के अनुसार, 2023 की पहली छमाही की लेट फंडिंग 2022 की दूसरी छमाही से 66 प्रतिशत बढ़ी, लेकिन पिछले साल की समान अवधि से 62 प्रतिशत कम हो गई है।