प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालकिले से अपने संबोधन में कहा हमें तीन बुराइयों – भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण के खिलाफ पूरे सामर्थ्य से लड़ना है।हमें विकसित भारत का संकल्प हासिल करना है तो हमें भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग लड़ना होगा। हमें परिवारवाद के खिलाफ लड़ना होगा और तुष्टीकरण के खिलाफ भी जंग लड़ना होगा।
पीएम ने कहा कि अगर हमें विकसित भारत का संकल्प हासिल करना है तो हमें भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग लड़ना होगा। हमें परिवारवाद के खिलाफ लड़ना होगा और तुष्टीकरण के खिलाफ भी जंग लड़नी होगी। पीएम ने कहा कि यह लोकतंत्र में कैसे हो सकता है कि एक ही परिवार के लोग या परिवारवादी पार्टी सत्ता पर काबिज रहें।
पीएम मोदी ने कहा कि मैं आपके बीच से निकला हूं, आपके लिए जीता हूं, पसीना भी आता है तो आपके लिए। सपना भी देखता हूं तो आपके लिए।
पीएम मोदी ने कहा कि वाइब्रेंट बॉर्डर गांव को देश का आखिरी गांव कहा जाता था। हमने वह मानसिकता बदल दी। वह देश का आखिरी गांव नहीं हैं। आप सीमा पर जो देख सकते हैं, वह मेरे देश का पहला गांव है। मुझे खुशी है कि इस कार्यक्रम के विशेष अतिथि इन सीमावर्ती गांवों के 600 प्रधान हैं। वे यहां लाल किले पर इस कार्यक्रम का हिस्सा बनने आए हैं।
पीएम ने कहा कि 2014 में जब हम सत्ता में आए तो वैश्विक आर्थिक व्यवस्था में हम 10वें स्थान पर थे। आज 140 करोड़ भारतीयों के प्रयास से हम वैश्विक आर्थिक व्यवस्था में पांचवें स्थान पर पहुंच गए हैं। यह ऐसे ही नहीं हुआ जब भ्रष्टाचार के राक्षस ने देश को अपनी गिरफ्त में ले लिया था तब हमने इसे रोका और एक मजबूत अर्थव्यवस्था बनाई।