झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ED के समन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ED के समन को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। दरअसल हेमंत सोरेन को ED ने जमीन की खरीद-फरोख्त के मामले में दोबारा समन देकर 24 अगस्त को पूछताछ के लिए बुलाया था। लेकिन, हेमंत सोरेन ED दफ्तर में उपस्थित नहीं हुए और सुप्रीम कोर्ट में समन के खिलाफ रिट पिटीशन दायर किया है।
मिली जानकारी के अनुसार ED ने 24 अगस्त को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को उनकी व उनके परिवार की संपत्तियों के बारे में पूछताछ करने के लिए दफ्तर बुलाया था। वहीं इससे पहले 14 अगस्त को भी ED ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया था। तब उन्होंने ED के समन की वैधानिकता को चुनौती दी थी। ED को जवाब देते हुए पत्र में उन्होंने कहा था कि राजनीतिक प्रतिद्वंदिता की वजह से उन्हें परेशान किया जा रहा है।
सीएम हेमंत सोरेन ने चेतावनी दी थी कि अगर ED ने समन वापस नहीं लिया तो वह कानूनी मोर्चे पर आगे बढ़ेंगे। हेमंत ने पत्र में यह भी उल्लेख किया था कि 30 नवंबर को उन्होंने अपनी चल-अचल संपत्ति की विस्तृत जानकारी ED को उपलब्ध करा दी थी। बैंक का सारा विवरण भी उपलब्ध कराया गया था। अगर ये दस्तावेज ED के कार्यालय से गुम हो गए हैं तो फिर से भेजा जा सकता है।
वहीं अब इस मामले में सीएम हेमंत सोरेन ने सुप्रीम कोर्ट में ED के समन के खिलाफ रिट पिटीशन दायर कर दी है। CM हेमंत सोरेन ने सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने तक पूछताछ नहीं करने का अनुरोध किया है। बता दें, हेमंत सोरेन को जमीन की खरीद-बिक्री से जुड़े मामले में 24 अगस्त को ED के दूसरे समन पर उपस्थित होना था। लेकिन, हेमंत सोरेन पूछताछ के लिए उपस्थित नहीं हुए।