देश में विपक्ष के नेताओं द्वारा सनातन धर्म पर लगातार प्रहार जारी है| तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि के डेंगू-मलेरिया से सनातन की तुलना से शुरू हुई ये जंग में अब ये पुष्टि हो गयी है की इंडिया गठबंधन बना ही सनातन धर्म के विरोध के लिए है| दरअसल, तमिलनाडु सरकार में DMK मंत्री पोनमुडी ने ‘I.N.D.I.A’ गठबंधन को सनातन विरोधी बताते हुए कहा कि इसका गठन ही समानता की स्थापना, अल्पसंख्यकों की सुरक्षा, पुरुषों और महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए हुआ है| उन्होंने कहा, गठबंधन इंडिया बाकी बातों पर तो मतभेद हो सकता है लेकिन सनातन विरोध पर कोई मतभेद नहीं है|
पोनमुडी के इसी बयान के बाद प्रदीप भंडारी ने ट्वीट करते हुए कहा की I.N.D.I.A गठबंधन में कई मुद्दों पर मतभेद हो सकते हैं लेकिन यह ‘सनातन को खत्म’ करने के अपने एजेंडे पर एकजुट है। उन्होंने ये भी कहा की I.N.D.I.A गठबंधन की ये सोच सोरोस लॉबी की ‘DISMANTLING GLOBAL HINDUTVA’ वाली पिच से प्रेरित है|
If Udayanidhi, A Raja weren't enough – adding insult to injury is DMK Minister K Ponmudy. He proudly proclaims in a viral video that I.N.D.I.A bloc is United in its agenda to abolish Sanatan Dharma.
So far we were under the impression that I.N.D.I.A bloc has no AGENDA apart from… https://t.co/TbPp7SchC8
— Pradeep Bhandari(प्रदीप भंडारी)🇮🇳 (@pradip103) September 12, 2023
प्रदीप भंडारी ने ट्वीट करते हुए विपक्ष पर सवाल उठाये, उन्होंने लिखा ‘उदयनिधि, ए राजा पर्याप्त नहीं थे तो DMK मंत्री पोनमुडी ने जले पर नमक छिड़कने का काम किया है। वह एक वायरल वीडियो में गर्व से घोषणा करते हैं कि I.N.D.I.A ब्लॉक सनातन धर्म को खत्म करने के अपने एजेंडे में एकजुट है।
अभी तक हमारी धारणा थी कि I.N.D.I.A ब्लॉक के पास पीएम मोदी को हराने के अलावा कोई एजेंडा नहीं है, लेकिन आज उनके एक नेता, DMK सरकार में मंत्री के पोनमुडी ने यह स्पष्ट कर दिया है की I.N.D.I.A गठबंधन में कई मुद्दों पर मतभेद हो सकते हैं लेकिन यह ‘सनातन को खत्म’ करने के अपने एजेंडे पर एकजुट है। ये बिलकुल सोरोस लॉबी की ‘DISMANTLING GLOBAL HINDUTVA’ वाली पिच से प्रेरित है।’
क्या है पूरा विवाद
दरअसल, ये पूरा सियासी बवाल उदयनिधि के बयान से शुरू हुआ. उदयनिधि पिछले दिनों सनातन उन्मूलन सम्मेलन शामिल होने पहुंचे थे| यहां उन्होंने कहा था, सनातन धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है| कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें खत्म ही कर देना चाहिए. हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते| हमें इसे मिटाना है| इसी तरह हमें सनातन को भी मिटाना है|
उदयनिधि के बाद उनकी पार्टी के सांसद ए राजा उनसे भी एक कदम आगे निकले| उन्होंने कहा, सनातन पर उदयनिधि का रुख नरम था| उन्होंने कहा, सनातन धर्म की तुलना सामाजिक कलंक वाली बीमारियों से की जानी चाहिए. जबकि उदयनिधि ने सनातन की तुलना मलेरिया से की है| ए राजा ने कहा, सनातन की तुलना एचआईवी और कुष्ठ रोग जैसे सामाजिक कलंक वाली बीमारियों से की जानी चाहिए|
अब तमिलनाडु सरकार में DMK मंत्री पोनमुडी का नया बयान सामने आया है. ये उत्तर भारत में INDIA गठबंधन की मुसीबत बढ़ा सकता है| दरअसल, पोनमुडी ने ‘इंडिया’ गठबंधन को सनातन विरोधी बताते हुए कहा कि इसका गठन ही समानता की स्थापना, अल्पसंख्यकों की सुरक्षा, पुरुषों और महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए हुआ है. उन्होंने कहा, गठबंधन इंडिया बाकी बातों पर तो मतभेद हो सकता है लेकिन सनातन विरोध पर कोई मतभेद नहीं है|