प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को दिल्ली में मौजूद भारत मंडपम में संकल्प सप्ताह कार्यक्रम का उद्घाटन किया। संकल्प सप्ताह देश के आकांक्षी ब्लॉकों के लिए एक हफ्ते तक चलने वाला कार्यक्रम है। ‘संकल्प सप्ताह’ आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के प्रभावी कार्यान्वयन से जुड़ा हुआ है। पीएम मोदी ने इस साल जनवरी में इस कार्यक्रम की शुरुआत की थी। इसका मकसद देश के 329 जिलों के 500 आकांक्षी ब्लॉकों में सुधार करना है।
पीएम मोदी ने पंचायत और ब्लॉक स्तर के प्रतिनिधियों के साथ भी चर्चा की। इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए देश के अलग-अलग राज्यों से हस्त शिल्पकार और कारीगर पहुंचें। इन लोगों ने अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई हुई थी। पीएम मोदी ने इन सभी स्टॉलों पर मौजूद चीजों को देखा और इन्हें तैयार करने वाले लोगों के साथ चर्चा की। इसके बाद वह कार्यक्रम में पहुंचे और उन्होंने लोगों को संबोधित किया। इस कार्यक्रम का आयोजन भारत मंडपम में किया गया, जहां कई नेता भी मौजूद रहे।
उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम में ग्राम पंचायतों की बहुत बड़ी भूमिका होती है। ग्राम पंचायत के तेजी से काम करने की वजह से ही ब्लॉक का विकास हो पाता है। उन्होंने कहा कि ये कार्यक्रम भारत मंडपम में हो रही है। इससे भारत की सोच का पता चलता है। एक महीने के भीतर यहां पर वो लोग बैठे हैं, जो देश के लिए काम कर रहे हैं। कुछ दिन पहले यहां पर वो लोग बैठे थे, जो दुनिया को दिशा देने का काम करते हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि यहां बैठे वैश्विक नेताओं ने दुनिया के मुद्दों पर बात की और अभी यहां बैठे लोग देश के ग्रामीण स्तर की बात कर रहे हैं। मेरे लिए ये कार्यक्रम भी जी 20 से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि ये कार्यक्रम टीम भारत की सफलता का प्रतीक है। ये कार्यक्रम भविष्य के भारत के लिए अहम है। इसमें संकल्प से सिद्धि तक की बातें हैं। जब भी कभी आजादी के बाद बनी बेहतरीन योजनाओं का जिक्र होगा, तो उसमें आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम का नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा।