*न्यूजक्लिक के खिलाफ चल रही छापेमारी से बौखलाया पाकिस्तान, जानिए क्या है पूरा मामला
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मंगलवार को सुबह सुबह ऑनलाइन पोर्टल न्यूजक्लिक के दफ्तर और उसमें काम करने वाले पत्रकारों के घरों पर छापे मारे ये छापेमारी दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और मुंबई में करीब 100 ठिकानों पर चल रही है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के करीब 500 पुलिसकर्मी रेड में शामिल हैं। इस मामले से जुड़े कड़ी में मुंबई में भी छपेमारी जारी है। वहीं भारत में हो रहे इस एक्शन से पाकिस्तान बौखला गया है, कई प्रतिक्रियाएं पाकिस्तान की ओर से आ रही है।
पत्रकार उर्मिलेश और सत्यम तिवारी को हिरासत में लिया गया है। इसके अलावा पत्रकार अभिसार शर्मा और न्यूजक्लिक के संस्थापक और प्रधान संपादक प्रबीर पुरकायस्थ को स्पेशल सेल के दफ्तर लाया गया है। इसके अलावा तमाम पत्रकारों के फोन और लैपटॉप भी जब्त कर लिए हैं। स्पेशल सेल ने कुछ दस्तावेज भी जब्त किए हैं। इसके अलावा मुंबई में तीस्ता सीतलवाड़ के घर पर भी छापेमारी हुई है।
पाकिस्तान की ओर से न्यूज़क्लिक और उसके पत्रकारों को समर्थन दिया जा रहा है ये बड़े आश्चर्य की बात है। दिल्ली पुलिस के कार्रवाई के तुरंत बाद पाकिस्तान आक्रामक और बेचैन होता दिखा और मोदी सरकार को फासीवादी तक कह डाला।
पाकिस्तान के पूर्व मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा की भारत में सुबह-सुबह दिल्ली पुलिस ने स्वतंत्र पत्रकारों के घरों पर छापेमारी की गई है, इंडिया अब केवल कागजों पर लोकतंत्र है, असल में यह एक फासीवादी सरकार है। इसी तरह की अनगिनत प्रतिक्रियाएं पाकिस्तान की ओर से आ रही हैं।
न्यूज क्लिक की फंडिंग को लेकर प्रवर्तन निदेशालय ने पहले छापेमारी की थी। इसके बाद ईडी द्वारा कुछ इनपुट शेयर किए जाने के बाद स्पेशल सेल द्वारा यह छापेमारी की गई। न्यूज क्लिक पर अमेरिकी नागरिक नेविल रॉय सिंघम से 38 करोड़ रुपये लेने और चीन के पक्ष में प्रायोजित खबरें चलाने का आरोप हैं।
दिल्ली के 36 कैनिंग लेन में स्थित सीपीएम दफ्तर पर भी छापेमारी की गई है। दरअसल सीपीएम दफ्तर में काम करने वाले श्रीनारायण के बेटे सुमित कुमार न्यूज क्लिक के दफ्तर में ग्राफिक्स और वीडियो टीम में काम करते हैं। सीपीएम दफ्तर में उन्हीं के कमरे में रेड हुई। सुमित कुमार का मोबाइल और लैपटॉप पुलिस ने जब्त कर लिया है।
बताते चलें कि न्यूजक्लिक पर हाल ही में भारत में चीनी प्रोपेगेंडा फैलाने के लिए अमेरिकी करोड़पति नेविल रॉय सिंघम से कथित तौर पर फंडिंग मिलने के आरोप लगे थे। इसके बाद न्यूजक्लीक पर UAPA के तहत मामला दर्ज किया गया था। इससे पहले ईडी ने न्यूजक्लिक के दफ्तरों पर छापेमारी भी की थी।