पीएम मोदी ने शनिवार को कहा कि नागपट्टिनम और श्रीलंका के कांकेसंथुराई के बीच नौका सेवाओं की शुरुआत दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग तथा आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने तमिलनाडु के नागापट्टिनम और श्रीलंका के कांकेसंतुराई के बीच फेरी सेवा को हरी झंडी दिखाई। विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर इस कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल हुए।
आर्थिक संबंधों में एक नए अध्याय की शुरुआत
नौका सेवाओं के शुभारंभ पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, “हम भारत और श्रीलंका के बीच राजनयिक और आर्थिक संबंधों में एक नए अध्याय की शुरुआत कर रहे हैं। नागापट्टिनम और कांकेसंथुराई के बीच नौका सेवा का शुभारंभ से हमारे रिश्ते की मजबूती में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।” भारत और श्रीलंका संस्कृति, वाणिज्य और सभ्यता का गहरा इतिहास साझा करते हैं। पीएम मोदी ने कहा, “नागापट्टिनम और आसपास के शहर लंबे समय से श्रीलंका सहित कई देशों के साथ समुद्री व्यापार के लिए जाने जाते हैं।
#WATCH | Nagapattinam, Tamil Nadu: Union Minister of Ports, Shipping & Waterways and Ayush, Sarbananda Sonowal flags off the Ferry service between Tamil Nadu's Nagapattinam and Sri Lanka's Kankesanturai. External Affairs Minister Dr S Jaishankar joined the event virtually
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— ANI (@ANI) October 14, 2023
पूमपुहार के ऐतिहासिक बंदरगाह का उल्लेख करते हुए पिम मोदी ने कह “प्राचीन तमिल साहित्य का एक केंद्र। पट्टिनाप्पलाई और मणिमेकलाई जैसे संगम युग का साहित्य भारत और श्रीलंका के बीच चलने वाली नौकाओं और जहाजों के बारे में बताता है।” उन्होंने कहा, “महान कवि सुब्रमण्यम भारती ने अपने गीत ‘सिंधु नाधियिन मिसाई’ में हमारे दोनों देशों को जोड़ने वाले एक पुल की बात कही थी। यह नौका सेवा उन सभी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को जीवंत बनाती है।”
यह इशारा करते हुए कि कनेक्टिविटी भारत और श्रीलंका के बीच साझेदारी का केंद्रीय विषय है, पीएम मोदी ने कहा, “राष्ट्रपति विक्रमसिंघे की हालिया यात्रा के दौरान हमने संयुक्त रूप से हमारी आर्थिक साझेदारी के लिए एक विज़न दस्तावेज़ अपनाया। कनेक्टिविटी केवल दो शहरों को लाने के बारे में नहीं है यह हमारे देशों को करीब, हमारे लोगों को करीब और हमारे दिलों को करीब लाता है। कनेक्टिविटी व्यापार, पर्यटन और लोगों से लोगों के संबंधों को बढ़ाती है। यह दोनों देशों के युवाओं के लिए अवसर भी पैदा करती है।”
दोनों देशों के बीच परिवहन कनेक्टिविटी में सहयोग बढ़ा
पीएम मोदी ने आगे बताया कि 2015 से दोनों देशों के बीच परिवहन कनेक्टिविटी में सहयोग बढ़ा है। उन्होंने कहा, “2015 में श्रीलंका की मेरी यात्रा के बाद, हमने दिल्ली और कोलंबो के बीच सीधी उड़ान की शुरुआत देखी। बाद में, हमने श्रीलंका से तीर्थ नगरी कुशीनगर में पहली अंतरराष्ट्रीय उड़ान की लैंडिंग का जश्न मनाया। चेन्नई और जाफना के बीच सीधी उड़ान 2019 में शुरू हुआ। अब, नागपट्टिनम और कांकेसंथुराई के बीच नौका सेवा इस दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है। नागपट्टिनम से नौका सेवा 30 मिनट में श्रीलंका के कांकेसंथुराई हार्बर पहुंच जाएगी। सेवा को सुविधाजनक बनाने के लिए, केंद्र सरकार ने 3 करोड़ रुपये की लागत से नागापट्टिनम बंदरगाह की खुदाई की।