राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का वार्षिक ‘विजयदशमी उत्सव’ कार्यक्रम मंगलवार को महाराष्ट्र के नागपुर में कार्यकर्ताओं के ‘पथ संचलन’ के साथ शुरू हुआ। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद थे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ‘विजयादशमी उत्सव’ में आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत ने लोगों से अपील की है कि 22 जनवरी को जब रामलला का प्राण प्रतिष्ठा किया जाए तो अपने नज़दीकी मंदिरों में इसका उत्सव मनाइए।
मोहन भागवत ने कहा, “अयोध्या में रामलला का मंदिर बन रहा है, 22 जनवरी को अपने मंदिर में रामलला प्रवेश करने वाले हैं। ये प्रसंग हम देखने वाले हैं। उसमें सब लोग तो आ नहीं सकेंगे। सुरक्षा और व्यवस्था की बात होगी तो सब अयोध्या नहीं जा सकते। लेकिन उस दिन सारे देश में अपनी ही जगह पर छोटे-छोटे मंदिरों में हम उत्सव का माहौल बना सकते हैं। राम समाज में सबको अपनाने वाले भगवान हैं, वो करूणा के प्रतीक हैं। इसे देखते हुए पूरे देश में समरसता का वातावरण हम उत्सव मनाकर बना सकते हैं।”
मोहन भागवत ने आगे कहा, “पिछले वर्ष, भारत ने जी-20 के अध्यक्ष के रूप में मेजबान की भूमिका निभाई। लोगों द्वारा दिए गए गर्मजोशी भरे आतिथ्य के अनुभव, भारत के गौरवशाली अतीत, चल रही रोमांचक विकास यात्रा ने सभी देशों के प्रतिभागियों को बहुत प्रभावित किया।”