पहले ही दिन नमो भारत ट्रेन में यात्रियों की संख्या ने 10,000 का आंकड़ा पार कर लिया था। यात्रियों को लास्ट-माइल कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए एनसीआरटीसी ने आरआरटीएस फीडर सेवाओं के तहत स्टेशनों पर इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा की उपलब्धता सुनिश्चित की है।
बताते चलें कि दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर में देश की पहली रैपिड रेल यानी नमो भारत आम लोगों के लिए पटरी पर दौड़ने लगी है। पहले ही दिन शनिवार 21 अक्टूबर को नमो भारत ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों ने शानदार प्रतिक्रिया दी। सिर्फ मुरादनगर ही नहीं बल्कि दिल्ली और उत्तर प्रदेश के दूर दराज इलाकों के लोग सुबह 5:30 बजे ही आरआरटीएस स्टेशन पहुंच गए थे।
एक यात्री ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा की ये ट्रेन दिखने में आकर्षक तो है ही साथ ही इसमें हम यात्रियों के इसमें सुविधाएं भी अनुकूल हैं। यह मेट्रो की तरह नजर आती है, पूरी ट्रेन में ऐसी होने के साथ ये लंबे सफर के लिए हम यात्रियों के लिए आरामदायक सीट लगाई गई हैं। मेट्रो के अंदर कॉरिडोर में भी अच्छा खासा स्पेस दिया गया है। 2×2 ट्रांसवर्स सीट, खड़े होकर यात्रा करने के लिए पर्याप्त स्थान, लगेज रैक, सीसीटीवी कैमरे, लैपटॉप/मोबाइल चार्जिंग सुविधा, डायनेमिक रूट मैप जैसी कई सुविधाएं हैं। इस ट्रेन में यात्रा करके मैंने काफी अनोखा और सुखद अनुभव पाया है।
एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक विनय कुमार सिंह ने ना केवल फूलों से यात्रियों का स्वागत किया बल्कि यात्रियों के पहले समूह को प्रथम राइडर का प्रमाण पत्र भी दिया। यात्रियों को लास्ट-माइल कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए एनसीआरटीसी ने आरआरटीएस फीडर सेवाओं के तहत स्टेशनों पर इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा की उपलब्धता सुनिश्चित की है।