काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण के 2 वर्ष पूरे हो गए। इन दो वर्षों में धार्मिक पर्यटकों की संख्या में बे-हिसाब इजाफा हुआ है । अगर आंकड़ों की बात करें तो बीते 2 वर्ष में ही कॉरिडोर में आने वाले पर्यटकों की संख्या 13 करोड़ तक पहुंच गई है। इतना ही नहीं ये संख्या औसतन 2 लाख तक पहुंच गई है। इतनी बड़ी संख्या में आने वाले पर्यटकों की वजह से जो सबसे बड़ा और सीधा असर बनारस पर हुआ है वह है यहां की अर्थव्यवस्था ।
अगर अर्थव्यवस्था की बात की जाए तो बनारस के अर्थशास्त्रियों की नजर में बनारस की अर्थव्यवस्था में कॉरिडोर बनने के बाद से 10 गुना तक बढ़ गई है। और अब यहां का सालाना व्यापार 20000 करोड़ से भी ऊपर का हो गया है। और ये आंकड़ा महज कॉरिडोर आने वालो के खर्च के हिसाब से है।
जैसे-जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाओं में इजाफा हुआ यहां पर पर्यटकों की संख्या में करीब 10 गुना की वृद्धि हो गई है जो अब करीब 2 वर्षों में 13 करोड़ की संख्या को पार कर चुका है। जाहिर सी बात है कि कोई भी पर्यटक आता है तो वह यहां के बाजार में 1000 से ₹2000 के बीच खर्च करता है। और यह पैसा सीधे तौर पर बनारस की अर्थव्यवस्था को प्रभावित करता है।
24 months ago, on 13 December 2021, Kashi Vishwanath Corridor was inaugurated by PM Modi.
Here is what it has done for Kashi:
🔸Over 13 crores devotees have visited the Dham since then – for comparison just 69 lakhs visited in 2019
🔸34% more employment opportunities generated… pic.twitter.com/QYdvb5t3Yc— The Uttar Pradesh Index (@theupindex) December 14, 2023
– 13 करोड़ भक्तों ने दर्शन किए, जो 2019 में 69 लाख से अधिक है
– पर्यटन क्षेत्र में 34% अधिक नौकरिया
– पर्यटन क्षेत्र से जुड़े लोगों की आय में 65% की वृद्धि
– मंदिर क्षेत्र का विस्तार 3000 वर्गफुट से बढ़कर 5 लाख वर्गफुट से अधिक हो गया
– 40 से अधिक प्राचीन मंदिरों की पुनः खोज एवं जीर्णोद्धार।