एसआईपी के माध्यम से म्यूचुअल फंड में निवेश नवंबर 2023 में अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। यह ₹ 17,073 करोड़ तक पहुंच गया है। यानी की एसआईपी खातों का एयूएम 2023 में 38% बढ़ोतरी हुई है और परिसंपत्तियों का म्यूचुअल फंड में हिस्सेदारी 19% से ज्यादा पहुंच चुका है।
इक्विटी म्यूचुअल फंड योजनाओं में बढ़ती खुदरा रुचि के बीच एसआईपी खाते धीरे-धीरे म्यूचुअल फंड उद्योग पर अपनी पकड़ मजबूत कर रहे हैं।बताते चलें कि एक साल के भीतर प्रबंधन के तहत कुल एमएफ परिसंपत्तियों में एसआईपी की हिस्सेदारी नवंबर में बढ़कर 19.1 प्रतिशत हो गईजो 2023 की शुरुआत में 16.6 प्रतिशत थी।
कुछ निवेशकों ने सफलता का स्वाद चखा है और अब अपना योगदान बढ़ा रहे हैं। फिर ऐसे अतिरिक्त निवेशक भी हैं जिन्होंने इक्विटी में कदम रखा है। 2020, 2021 और 2022 में बाजार में तेजी आई और परिणामस्वरूप निवेशकों की बढ़ती संख्या अब इक्विटी में निवेश करना चाहती है। परिणामस्वरूप बाज़ार में पैठ बढ़ रही है।
किसी को आश्चर्य हो सकता है कि एसआईपी योगदान प्रत्येक क्रमिक महीने में अब तक के उच्चतम स्तर पर क्यों पहुंच जाता है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि वित्तीय बाजारों में चल रही तेजी ने इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।