वित्त वर्ष 2014-15 की तुलना में खिलौने के निर्यात में 239 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई और इसके आयात में इस दौरान 52 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
बताते चलें कि वर्ष 2022-28 के दौरान खिलौने के कारोबार में सालाना 12 प्रतिशत से बढ़ोतरी का अनुमान है और यह उद्योग तीन अरब डॉलर के स्तर को छू सकता है।
खिलौना उद्योग अन्य उद्योगों के लिए उदाहरण बनता जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तीन साल पहले मन की बात में खिलौना निर्माण के प्रोत्साहन का जिक्र किया गया और उसके बाद से खिलौने के निर्माण से लेकर इसके निर्यात में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। वर्ष 2022-28 के दौरान खिलौने के कारोबार में सालाना 12 प्रतिशत से बढ़ोतरी का अनुमान है और यह उद्योग तीन अरब डॉलर के स्तर को छू सकता है।
डीपीआईआईटी के आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2013-14 में खिलौने के कुल आयात में चीन की हिस्सेदारी 94 प्रतिशत थी जो गत वित्त वर्ष 22-23 में घटकर 62 प्रतिशत रह गई।