2023 में डिमैट अकाउंट की संख्या में 31 मिलियन से अधिक की वृद्धि हुई। ये बाजारों में तेजी, छोटे और मिडकैप में शानदार लाभ और प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश के मजबूत प्रदर्शन से प्रेरित थी।
आंकड़ों के अनुसार दो डिपॉजिटरी सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज और नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी के साथ खोले गए डीमैट खातों की संख्या पिछले 12 महीनों में 28.7 प्रतिशत बढ़ी है, जो 108.1 मिलियन से बढ़कर 139.2 मिलियन हो गई है।
बताते चलें कि दिसंबर 2023 में लगभग 4.1 मिलियन डीमैट खाते जोड़े गए, जो अब तक की सबसे अधिक मासिक वृद्धि है। भारत की व्यापक आर्थिक स्थिरता, कॉर्पोरेट आय और घरेलू संस्थागत निवेशकों और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों के मजबूत प्रवाह ने भारतीय बाजारों को लाभ के साथ समाप्त करने में मदद की।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नरम नीति और पांच प्रमुख राज्य विधानसभा चुनावों में से तीन में भारतीय जनता पार्टी की जीत ने रैली को और बढ़ावा दिया।