FMCG सेक्टर के लिए चुनौतीपूर्ण रहा है साल 2023, इस दौरान त्योहारी मांग उम्मीद से कम रही। बारिश की कमी से ग्रामीण बाजार प्रभावित हुआ और बेमौसम बारिश ने पेय पदार्थों की बिक्री पर असर डाला। इसके अलावा ऊंची जिंस कीमतों ने भी बाजार को प्रभावित किया। हालांकि उद्योग विशेषज्ञों ने कहा कि अब पुनरुद्धार के संकेत दिखने लगे हैं।
इस उद्योग को 2023 में चुनौतीपूर्ण साल का सामना करना पड़ा। इस दौरान त्योहारी मांग उम्मीद से कम रही। बारिश की कमी से ग्रामीण बाजार प्रभावित हुआ और बेमौसम बारिश ने पेय पदार्थों की बिक्री पर असर डाला। इसके अलावा ऊंची जिंस कीमतों ने भी बाजार को प्रभावित किया। हालांकि उद्योग विशेषज्ञों ने कहा कि अब पुनरुद्धार के संकेत दिखने लगे हैं।
भारत जैसे उभरते बाजार में इस क्षेत्र में उच्च वृद्धि की क्षमता है और 2024 के बेहतर साल साबित होने की उम्मीद है। इस दौरान कच्चे माल की कीमतें कम होने से घरेलू उपभोग और निजी उपभोग की वस्तुओं के साथ खाद्य व्यवसाय को भी लाभ होगा।
बताते चलें कि मैरिको के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी सौगत गुप्ता ने कहा कि अगले वित्त वर्ष में प्रवेश करने के साथ मांग में सुधार होगा। FMCG कंपनियां नवाचार और प्रीमियम उत्पादों को आगे बढ़ाएंगी और ग्रामीण वितरण की गुणवत्ता बढ़ाने पर उल्लेखनीय निवेश किया जाएगा।