2024-25 के लिए अंतरिम बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि सरकार परिवहन के लिए संपीड़ित प्राकृतिक गैस और घरेलू उद्देश्यों के लिए प्राकृतिक गैस में संपीड़ित बायोगैस के चरणबद्ध मिश्रण को अनिवार्य करेगी।
वित्त मंत्री ने बीते गुरुवार को कहा कि शुद्ध-शून्य कार्बन उत्सर्जन हासिल करने के प्रयास में, भारत एक करोड़ घरों की छतों को सौर ऊर्जा से रोशन करेगा और एक गीगावाट की प्रारंभिक क्षमता के साथ अपतटीय पवन ऊर्जा क्षमता के दोहन के लिए व्यवहार्यता अंतर वित्तपोषण प्रदान करेगा।
उन्होंने आगे कहा कि ऊर्जा पर्यावरण और जल परिषद के एक विश्लेषण के अनुसार, एक करोड़ घरों के सौर ऊर्जा करण के माध्यम से 20-25 गीगावाट छत सौर क्षमता का समर्थन किया जा सकता है।
बताते चलें कि लगभग 7,600 किमी की तटरेखा के साथ, भारत में अपतटीय पवन ऊर्जा उत्पादन की अच्छी क्षमता है। पहचाने गए क्षेत्रों के भीतर अपतटीय पवन ऊर्जा क्षमता का प्रारंभिक मूल्यांकन गुजरात और तमिलनाडु के तट पर लगभग 70 गीगावाट होने का अनुमान लगाया गया है।