प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब दिया। पीएम मोदी ने कहा कि देश को उत्तर और दक्षिण में बांटने की कहानी बनाना बंद करें, क्योंकि यह देश के भविष्य को खतरे में डालता है। पीएम मोदी ने इस बात पर अफसोस जताया कि देश के एक हिस्से में वैक्सीन बनती है और कोई कहता है कि इसे दूसरे हिस्सों में नहीं दिया जा सकता। उन्होंने कहा, ‘यह कैसी सोच है? और यह बहुत दुखद है कि एक राष्ट्रीय पार्टी से ऐसी भाषा सामने आ रही है, यह बहुत दुखद है।’
ममता बनर्जी के बयान का जिक्र करता हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘पश्चिम बंगाल से चुनौती आई है कि कांग्रेस 40 पार नहीं कर पाएगी। मैं प्रार्थना करता हूं कि आप 40 बचा पाएं। देश में इन दिनों चल रही ओबीसी की राजनीति पर बात की। पीएम ने कहा, “जिस कांग्रेस ने ओबीसी को पूरी तरह कभी आरक्षण नहीं दिया, जिसने सामान्य वर्ग के गरीबों को कभी आरक्षण नहीं दिया, जिसने बाबा साहब को भारत रत्न के योग्य नहीं माना, केवल अपने परिवार को भारत रत्न देते रहे। वो अब हमें उपदेश दे रहे हैं, वो अब हमें सामाजिक न्याय का पाठ पढ़ा रहे हैं।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “नेहरू जी कहते थे कि अगर एससी-एसटी और ओबीसी को नौकरी में आरक्षण मिला तो सरकारी कामकाज का स्तर गिर जाएगा। आज जो ये आंकड़े गिनाते हैं, उसका मूल यहीं है। अगर उस समय सरकार में भर्ती हुई होती, तो वो प्रमोशन के बाद आगे बढ़ते और आज यहां पहुंचते। एक बार नेहरू जी ने मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखी थी, जिसमें लिखा था कि मैं किसी भी आरक्षण को पसंद नहीं करता और खासकर नौकरी में आरक्षण तो कतई नहीं। मैं ऐसे किसी भी कदम के खिलाफ हूं जो अकुशलता को बढ़ावा दे, जो दोयम दर्जे की तरफ ले जाए। इसी के आधार पर मैं कहता हूं कि कांग्रेस आरक्षण की जन्मजात विरोधी है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी तंज कसा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “कांग्रेस ने अपने युवराज को एक स्टार्टअप बनाकर दिया है, अभी वो नॉन स्टार्टर है। न तो लिफ्ट हो रहा है, ना लॉन्च हो रहा है।”