हल्के वाहनों के उत्पादन के दृष्टि से भारत अभी भी जापान से काफी पीछे है। एसएंडपी ग्लोबल मोबिलिटी के अनुसार 2023 में भारत ने 5.45 मिलियन यूनिट के उत्पादन के साथ 6.8 प्रतिशत की ग्रोथ दर्ज की है।
महामारी स्तर की तुलना में CY23 में हल्के वाहनों की बिक्री में 35 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है, जो दुनिया के शीर्ष 10 बाजारों में सबसे तेज रिकवरी में से एक है। अनुसंधान एजेंसी वैश्विक स्तर पर हल्के वाहनों की अपनी परिभाषा में यात्री वाहनों और हल्के वाणिज्यिक वाहनों को शामिल करती है।
बताते चलें कि जापान ने 2023 में 4 मिलियन से कम कारें बेचीं, जबकि भारत ने 4.11 मिलियन कारें बेचीं। भारत और जापान के बीच अंतर 2022 में 3,44,000 के मुकाबले घटकर 2023 में 1,15,000 यूनिट हो गया है।
यह भारत के लिए बढ़त का लगातार तीसरा साल था, जो 2023 में एक नए शिखर पर पहुंच गया। विकसित बाजारों की तरह एसयूवी की देश में कुल पैसेंजर व्हीकल की बिक्री में 48 प्रतिशत से ज्यादा की हिस्सेदारी रही।