अमेरिकी शोध कंपनी मेरकॉम कैपिटल की ताजा रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि स्थापना लागत में कमी जैसे कारकों की वजह से छतों पर स्थापित सौर क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
बताते चलें कि छतों पर स्थापित सौर बिजली क्षमता बीते साल 6.25 प्रतिशत बढ़कर 1.7 गीगावाट हो गई है। मेरकॉम इंडिया रूफटॉप सोलर मार्केट रिपोर्ट में कहा गया है कि अक्टूबर-दिसंबर, 2023 में छतों पर 406 मेगावाट सौर बिजली क्षमता जोड़ी गई, 2022 की अंतिम तिमाही में जोड़ी गई 483 मेगावाट क्षमता से यह आंकड़ा 15.9 प्रतिशत कम है। दिसंबर 2023 के अंत में छतों पर स्थापित सौर क्षमता कुल मिलाकर 10.5 गीगावाट तक पहुंच गई।
वर्ष 2023 में रूफटॉप सोलर में प्रमुख योगदान आवासीय क्षमता का रहा। हालांकि वृद्धि मामूली थी क्योंकि कई वाणिज्यिक और औद्योगिक उपभोक्ता अपने पूंजी निवेश को कम करने के लिए मॉड्यूल की कीमतों के स्थिर होने का इंतजार कर रहे थे।
हालांकि वृद्धि मामूली थी क्योंकि कई कमर्शियल और इंडस्ट्रियल उपभोक्ता अपने पूंजी निवेश को कम करने के लिए मॉड्यूल की कीमतों के स्थिर होने का इंतजार कर रहे थे। बीते साल छतों पर स्थापित कुल सौर क्षमता में आवासीय खंड का हिस्सा 50 प्रतिशत से अधिक रहा। इसके बाद कमर्शियल और इंडस्ट्रियल सेक्टर का हिस्सा आता है।