इस वित्तीय वर्ष में आईपीओ मार्ग के माध्यम से इंडिया इंक द्वारा जुटाई गई धनराशि वित्त वर्ष 23 में जुटाई गई ₹52,116 करोड़ की तुलना में 19 प्रतिशत बढ़कर ₹61,000 करोड़ हो गई।
हालाँकि प्राइम डेटाबेस के अनुसार, मई 2022 में ₹21,000 करोड़ के मेगा एलआईसी आईपीओ को छोड़कर, संग्रह साल-दर-साल बढ़कर 58 प्रतिशत हो गया।
अर्थव्यवस्था में उछाल को देखते हुए, वित्त वर्ष 2013 में 37 की तुलना में 75 कंपनियां प्राथमिक बाजार में आईं।वहीं अधिक संख्या में कंपनियों द्वारा बाजार का दोहन करने के कारण इस वित्तीय वर्ष में औसत सौदे का आकार वित्त वर्ष 23 में ₹1,409 करोड़ से काफी कम होकर ₹815 करोड़ हो गया।