भारतीय उद्योग परिसंघ को उम्मीद है कि कृषि और सेवा क्षेत्रों में बढ़ावा और सार्वजनिक खर्च में वृद्धि के कारण वित्त वर्ष 2015 में भारत की जीडीपी 8% की दर से बढ़ेगी। सीआईआई के अध्यक्ष संजीव पुरी ने कहा की सार्वजनिक पूंजी व्यय की मजबूत गति से भौतिक और डिजिटल बुनियादी ढांचे दोनों को समर्थन मिलने की संभावना है।
उद्योग मंडल की विकास संबंधी आशावादिता, एनडीए सरकार द्वारा मिशन मोड में दूसरी पीढ़ी के सुधारों को लागू करने तथा अगले कुछ वर्षों में वैश्विक व्यापार वृद्धि दर में सुधार की उम्मीदों के मद्देनजर आई है।
बताते चलें कि इस साल मई में सीआईआई के अध्यक्ष का पदभार संभालने के बाद पहली बार मीडिया से बातचीत में पुरी ने कहा की पिछला साल बहुत अच्छा रहा। पिछले साल अर्थव्यवस्था के बारे में लगाए गए हर अनुमान को पीछे छोड़ दिया गया, जिसमें सीआईआई का अनुमान भी शामिल है।
वहीं आगे कहा कि, हमारा मानना है कि अभी सबसे अच्छा आना बाकी है और हम इस वित्त वर्ष में 8 प्रतिशत की वृद्धि के बारे में देश के भीतर और बाहर की एजेंसियों द्वारा लगाए गए सभी अनुमानों से अधिक आशावादी हैं।