एचएसबीसी सर्वेक्षण के अनुसार, विनिर्माण, सेवा और समग्र क्रय प्रबंधक सूचकांक का अंतिम आंकड़ा जून में 0.4 प्रतिशत अंक बढ़कर 60.9 हो गया, जबकि मई में यह 60.5 था। जून में कॉर्पोरेट मार्जिन में सुधार हुआ।
बताते चलें कि जून में कॉर्पोरेट मार्जिन में सुधार हुआ। इनपुट लागत में कमी आने से विनिर्माण और सेवा दोनों क्षेत्रों में मार्जिन में सुधार हुआ। हालांकि विनिर्माण कंपनियां अपनी इनपुट लागत का कुछ हिस्सा ग्राहकों पर डालने में सक्षम रहीं, जिसके परिणामस्वरूप कॉर्पोरेट मार्जिन में अधिक लाभ हुआ है।
एक सर्वेक्षण के अनुसार विनिर्माण और सेवा क्षेत्र में वृद्धि के कारण जून माह में देश में कारोबारी गतिविधियां और मजबूत हुईं तथा रोजगार सृजन की गति 18 वर्षों में सबसे तेज रही।