भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से जो ताजा रिपोर्ट जारी की गई है। रिपोर्ट के अनुसार 2012 के बाद पहली बार ग्रॉस NPA 3% से नीचे आया है और यह अभी 2.8% है। रिजर्व बैंक के अनुसार जून 2024 की वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों का GNPA अनुपात कई वर्षों के निचले स्तर 2.8 फीसदी पर आ गया, जबकि शुद्ध गैर-निष्पादित परिसंपत्ति अनुपात मार्च, 2024 के अंत में 0.6 फीसदी रहा।
बताते चलें कि भारतीय अर्थव्यवस्था और वित्तीय प्रणाली मजबूत एवं जुझारू बनी हुई है, जो वृहद-आर्थिक और वित्तीय स्थिरता से समर्थित है। सुधरे हुए बही खाते के साथ बैंक एवं वित्तीय संस्थान निरंतर ऋण विस्तार के जरिये आर्थिक गतिविधि का समर्थन कर रहे हैं।
रिपोर्ट में साफ किया गया है कि मार्च के अंत में अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों का पूंजी और जोखिम भारित संपत्ति का अनुपात और समान इक्विटी टियर 1 अनुपात क्रमशः 16.8 फीसदी और 13.9 फीसदी रहा है।