प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आठ और नौ जुलाई को दो दिन के रूस दौरे पर रहेंगे। तीसरी बार सत्ता संभालने के बाद पीएम मोदी का ये पहला रूस दौरा है और पहला द्विपक्षीय विदेशी दौरा भी। बताते चलें कि पीएम मोदी का ये रूस दौरा कई मायनों में अहम है। एक तरफ़ चीन से रूस की बढ़ती नज़दीकियां तो दूसरी तरफ़ रूस विरोधी माने जाने वाले गुट नेटो की बैठक के वक़्त पीएम मोदी का रूस दौरा कई मायनों में अहम है।
आमतौर पर रूस-भारत के बीच होने वाली ये सालाना बैठक साल के अंत में होती है। ऐसे में इस दौरे के वक़्त को लेकर अंतरराष्ट्रीय मामलों के कई जानकार सवाल उठा रहे हैं।
भारत के विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने मीडिया से कहा कि पीएम मोदी का ये दौरा पूरी तरह द्विपक्षीय है। विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी कि जब पुतिन और मोदी मिलेंगे तो दोनों नेताओं के बीच यूक्रेन संघर्ष पर भी बात होग। ख़ासकर रूसी सेना की ओर से भारतीयों को भर्ती किए जाने के मुद्दे पर ज़ोर रहेगा।