ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार वित्त वर्ष 2024 में एप्पल इंक का भारत राजस्व लगभग 8 बिलियन डॉलर के रिकॉर्ड पर पहुंच गया, जो पिछले वित्त वर्ष से 33% की वृद्धि थी लगभग 6 बिलियन डॉलर पर। कंपनी ने वित्त वर्ष 2023 के राजस्व में लगभग 50% की वृद्धि दर्ज की। बाजार पूंजीकरण के हिसाब से सबसे बड़ी कंपनी एप्पल इंक है।
बताते चलें कि राजस्व में यह वृद्धि एप्पल के आईफोन की लोकप्रियता के कारण हुई, जिसकी बिक्री में आधे से अधिक हिस्सेदारी थी। यह वृद्धि दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश भारत में उपयोगकर्ताओं को आकर्षित करने के एप्पल के प्रयासों को दर्शाती है, जहां उपभोक्ताओं की क्रय शक्ति बढ़ रही है।
एप्पल चीन से परे अपने विनिर्माण और राजस्व स्रोतों में विविधता लाने के लिए भारत पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। अमेरिका और चीन के बीच व्यापार तनाव ने चीन को एक जोखिम भरा बाजार बना दिया है, जिससे एप्पल को अन्यत्र विकास के अवसर तलाशने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
वहीं अपनी तीव्र वृद्धि के बावजूद एप्पल भारतीय बाजार में एक छोटी सी हिस्सेदारी रखता है, जिस पर चीनी निर्माताओं के सस्ते एंड्रॉयड डिवाइसों का दबदबा है। भारत में इस्तेमाल होने वाले लगभग 690 मिलियन स्मार्टफोन में से आईफोन केवल 3.5% का प्रतिनिधित्व करते हैं। हालाँकि भारत एप्पल के सबसे तेजी से बढ़ते बाजारों में से एक बना हुआ है, भले ही नवीनतम वित्तीय वर्ष में एप्पल की कुल बिक्री $383 बिलियन में इसका हिस्सा केवल 2% है।