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ओलंपिक खिलाड़ियों के प्रति ममता सरकार की उदासीनता पर अमित मालवीय ने साधा निशाना, जानें क्या कहा

भाजपा ने एथलीट खिलाड़ियों की बंगाल सरकार की ओर से अनदेखी पर सवाल उठाया है। भाजपा के आईटी सेल हेड और पश्चिम बंगाल के सह-प्रभारी अमित मालवीय ने आरोप लगाया है कि ममता सरकार में प्रतिभावान खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने के लिए ममता सरकार कुछ नहीं कर रही है। देश की प्रतिभाएं बंगाल सरकार में दम तोड़ रही हैं। उनकी उपलब्धियों को बंगाल सरकार ने पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया है।

भाजपा नेता अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा, “बारानगर के तीरंदाज अतनु दास, झारग्राम की कलात्मक जिमनास्ट प्रणति नायक, नैहाटी की टेबल टेनिस खिलाड़ी सुतीर्थ मुखर्जी, एक अनिवासी बंगाली गोल्फ खिलाड़ी अनिर्बान लाहिड़ी, मेदिनीपुर की शॉट पुटर आभा खटुआ, कोलकाता की घुड़सवार अनुश अग्रवाल, कोलकाता की तीरंदाज अंकिता भक्त- आप इन्हें जानते हैं। ये पश्चिम बंगाल की वे प्रतिभाएं हैं जिन्होंने टोक्यो ओलंपिक में विश्व पटल पर भारत का प्रतिनिधित्व किया। हमारे देश और बंगाली समाज को भी गौरव दिलाया लेकिन उनकी अनदेखी हो रही है।”

अमित मालवीय ने लिखा, “खिलाड़ियों की असाधारण उपलब्धियों के चलते बंगाल सरकार की प्रतिष्ठा भी बढ़ी है, बावजूद इसके आज इन खिलाड़ियों को कोई उपलब्धि नहीं मिली है। ममता सरकार इन एथलीटों को भविष्य में आगे बढ़ने के लिए किसी भी तरह की मदद करने में असफल साबित हुई है।”

अमित मालवीय ने लिखा, “बंगाल के ये प्रतिष्ठित रत्न ‘बांग्लार मेये’ और बहुमुखी भ्रष्टाचार के कारण खिलाड़ी वित्तीय सहायता से वंचित हैं। हमारे मेहनती एथलीटों की जीत और महत्वाकांक्षाओं का जश्न मनाने के बजाय अपनी राजनीतिक आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए धन का उपयोग करती है। पश्चिम बंगाल सरकार से जरूरी मदद और समर्थन न मिलने पर एथलीट अन्य राज्यों से वित्तीय सहायता और स्पॉन्सशिप लेने के लिए मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि बंगाल के खिलाड़ियों की क्षमताओं को दबाने में यहां का प्रशासन ही दोषी है।”

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