प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को भारत मंडपम में बने प्रधानमंत्री गतिशक्ति अनुभूति केंद्र का औचक दौरा किया। यह दौरा प्रधानमंत्री गतिशक्ति के शुभारंभ की तीसरी वर्षगांठ पर किया गया। प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री गतिशक्ति के प्रभाव के कारण देश भर में परियोजनाओं की योजना बनाने और क्रियान्वयन में की गई प्रगति की सराहना की। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में इसके अपनाने की सराहना की, जो विकसित भारत के सपने को पूरा करने में तेजी ला रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री गतिशक्ति पोर्टल पर स्कूलों को मैप किया गया है, ताकि भौगोलिक जानकारी के आधार पर आस-पास के अन्य स्कूलों की पहचान की जा सके, ताकि आस-पास के अन्य स्कूलों को भी जोड़ा जा सके। अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री गतिशक्ति रूपरेखा को विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों पर प्रस्तुत किया गया है। नेपाल, बांग्लादेश और श्रीलंका के साथ अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है और ज्ञान साझा करने पर समझौता ज्ञापन पर काम चल रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गतिशक्ति की बदौलत भारत विकसित भारत के अपने सपने को पूरा करने की दिशा में गति बढ़ा रहा है। इससे प्रगति, उद्यमशीलता और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा।बता दें कि राष्ट्रीय मास्टर प्लान का उपयोग करते हुए संबंधित मंत्रालयों और विभागों द्वारा अर्थव्यवस्था के प्रमुख क्षेत्रों जैसे कोयला, इस्पात, उर्वरक, बंदरगाह, खाद्य और सार्वजनिक वितरण आदि के पहले और कनेक्टिविटी मुद्दों से संबंधित 156 बुनियादी ढांचे की कमियों की भी पहचान की गई है।