पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को संसद के बजट दौरान लोकसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने महाकुंभ के सफल आयोजन को लेकर लोगों का आभार जताया। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि मैं प्रयागराज में महाकुंभ की सफलता में योगदान देने वाले देश के करोड़ों लोगों को नमन करता हूं।
पीएम मोदी ने कहा कि मैंने लाल किले से ‘सबका साथ सबका विकास’ के महत्व पर जोर दिया। महाकुंभ के रूप में पूरी दुनिया ने भारत की भव्यता देखी। हमने महाकुंभ में एक राष्ट्रीय जागृति देखी, जो नई उपलब्धियों की प्रेरणा देगी। इससे हमारी ताकत पर संदेह करने वालों को भी करारा जवाब मिला। लोकसभा में पीएम मोदी ने कहा यह दर्शाता है कि आज हमारी परंपराओं, संस्कृति और मूल्यों का जश्न मनाने की भावना कितनी मजबूत हो गई है। महाकुंभ से कई तरह के अमृत निकले है, एकता का अमृत। महाकुंभ एक ऐसा आयोजन था, जिसमें देश के हर क्षेत्र, हर कोने से लोग एक साथ आए।
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले वर्ष अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान हमने महसूस किया था कि कैसे देश अगले 1000 वर्षों के लिए तैयार हो रहा है। इसके ठीक एक साल बाद महाकुंभ के इस आयोजन ने हम सभी के इस विचार को और दृढ़ किया है। देश की यह सामूहिक चेतना देश का सामर्थ्य बताती है। उन्होंने कहा कि लोग अहम त्यागकर मैं नहीं हम की भावना से प्रयागराज में जुटे। जब अलग-अलग भाषा, बोली बोलने वाले लोग संगम तट पर हर-हर गंगे का उद्घोष करते हैं तो ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की झलक दिखती है।