देश में चाय उद्योग का लगातार विस्तार हो रहा है। मुश्किल दौर से गुजरने के बाद, यह उद्योग पटरी पर लौटा है। साल 2024 में चाय निर्यात बढ़कर रिकॉर्ड 25.467 करोड़ किलोग्राम पर पहुंच गया और भारत विश्व में इसका तीसरा सबसे बड़ा निर्यातक रहा।आंकड़ों पर नजर डालें तो 2024 में भारत ने रिकॉर्ड 25.467 करोड़ किलोग्राम चाय का निर्यात किया, जो पिछले दशक में सबसे ज्यादा है।
इतने अधिक निर्यात से 7,111 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ, यानी औसत कीमत 280 रुपये प्रति किलोग्राम रही। वहीं, 2023 में 23.169 करोड़ किलोग्राम चाय का निर्यात हुआ था, जिसकी औसत कीमत 265.91 रुपये प्रति किलोग्राम थी।
भारत का चाय निर्यात 2024 में 255 मिलियन किलोग्राम पर पहुंच गया, जो 10 साल का उच्चतम स्तर है। 2024 में देश के निर्यात में 2023 में दर्ज 231.69 मिलियन किलोग्राम के इसी आंकड़े से 10 फीसदी की जोरदार वृद्धि हुई।
भारत 25 से अधिक देशों को चाय निर्यात करता है, जिसमें यूएई, इराक, ईरान, रूस, अमेरिका और यूके इसके प्रमुख बाजार हैं। भारत दुनिया के शीर्ष पांच चाय निर्यातकों में से एक है, जो कुल विश्व निर्यात का लगभग 10 फीसदी हिस्सा है। भारत की असम, दार्जिलिंग और नीलगिरी चाय दुनिया में सबसे बेहतरीन चाय में से एक मानी जाती है। भारत से निर्यात की जाने वाली अधिकांश चाय ‘काली चाय’ (ब्लैक टी) है, जो कुल निर्यात का लगभग 96 फीसदी हिस्सा बनाती है।