जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद सरकार अलर्ट पर है। प्रधानमंत्री आवास पर सीसीएस की बैठक खत्म हो गई है। इस बैठक में कई अहम मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार ने सख्त निर्देश जारी किए हैं। सिंधु जल समझौते को भी खत्म करने का ऐलान हुआ है, जिससे पाकिस्तान में जल संकट की स्थिति पैदा हो सकती है।
जानें भारत ने लिया क्या बड़ा फैसला
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, सीसीएस ने कड़े शब्दों में हमले की आलोचना की है। दुनिया के कई देशों ने समर्थन जताया है और कड़े शब्दों में हमले की निंदा की है। बैठक में कई फैसले लिए गए हैं। पाकिस्तानियों का वीजा रद्द किया गया है। सिंधु जल समझौता रोका गया है। साथ ही पाकिस्तानी हाई कमीशन में डिफेंस, नेवी और एयर एडवाइजर्स को हफ्ते भर के अंदजर भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है। तीनों सेना और सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
सिंधु जल समझौता दोनों देशों के बीच 1960 से ही चला आ रहा है। इस निर्णय से पाकिस्तान को बड़ा झटका लगेगा और जल संकट के चलते वह घुटनों पर आ सकता है। भारत ने पाकिस्तान में भी अपने दूतावास को बंद करने का फैसला लिया है और तत्काल प्रभाव से राजनयिक एवं अन्य स्टाफ को वापस लौटने को कहा गया है।
सभी पाकिस्तानियों का वीजा रद्द किया गया है और फिलहाल मौजूद लोगों को भारत छोड़ना होगा। भारत सरकार ने गुरुवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है और इसमें कोई और सख्त फैसला लेने पर चर्चा हो सकती है। पाकिस्तान और भारत के बीच आवाजाही के लिए इस्तेमाल होने वाले अटारी बॉर्डर को भी तत्काल प्रभाव से बंद करने का फैसला हुआ है।