प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में देश की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है। नीतिगत सुधारों और प्रोत्साहनों का असर रोजगार के क्षेत्र में भी दिखाई दे रहा है। केंद्र सरकार की नीतियों के कारण देश में युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़े हैं। पहली बार नौकरी चाहने वाले बड़ी संख्या में संगठित क्षेत्र के वर्कफोर्स में शामिल हो रहे हैं और नए सदस्यों की संख्या में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हो रही है।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO)-ईपीएफओ पेरोल डेटा से जुड़ने वाले नए सदस्यों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है। ईपीएफओ की ओर से जारी पेरोल डेटा के अनुसार ईपीएफओ ने मई 2025 में 20.06 लाख सदस्य अपने साथ जोड़े हैं। ये अप्रैल 2018 से शुरू डेटा रिकॉर्डिंग के बाद अब तक की सबसे बड़ी मासिक बढ़ोतरी है। यह अप्रैल 2025 की तुलना में 4.79 प्रतिशत की वृद्धि है।
ईपीएफओ की ओर से जारी डेटा के अनुसार मई में जुड़े 20.06 लाख सदस्यों में से 9.42 लाख नए सदस्य हैं। यह अप्रैल 2025 की तुलना में 11.04 प्रतिशत ज्यादा है। इसमें 18 से 25 वर्ष के आयु वर्ग के 5.60 लाख नए सदस्य जुड़े हैं, जो लगभग 59.48 प्रतिशत है। यह दिखाता है कि संगठित क्षेत्र के कार्यबल में रोजगार के इच्छुक बहुत से लोग पहली बार बड़ी संख्या में शामिल हो रहे हैं। मई के दौरान जोड़े गए कुल 9.42 लाख नए सदस्यों में से 2.62 लाख नई महिला सदस्य हैं, जो पहली बार ईपीएफओ में शामिल हुई हैं। इसके अलावा मई के दौरान महिला सदस्यों की कुल संख्या लगभग 4.25 लाख दर्ज की गई।