मोदी सरकार में मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि सरकार ने 2 से 31 अक्टूबर तक चलने वाले स्वच्छता अभियान में अब तक 387 करोड़ रुपये की कमाई हो चुकी है। उन्होंने कहा कि चार हफ्तों के अभियान के समाप्त होने तक यह आंकड़ा लगभग आठ से 10,000 करोड़ रुपये तक पहुंचने की संभावना है। इसके अलावा, अब तक 148 लाख वर्ग फुट से ज्यादा जगह मुक्त कराई जा चुकी है।
मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि ‘कचरे से धन’ इस वर्ष के “विशेष स्वच्छता अभियान” का अगला पड़ाव है। मंत्रालयों और राज्य सरकारों को सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने और साझा करने की सलाह दी गई। इस अभियान से सार्वजनिक जगहों पर अवैध कचरे के ढेरों का सफाया हुआ है। दरअसल दिल्ली, मुंबई और कोलकाता जैसे महानगरों में विशेष ड्राइव चलाए गए, जिसमें हजारों स्वयंसेवकों ने भाग लिया।
#Swachhata Campaign 5.0 Update:
In the campaign lasting from October 2 to 31, the figures of first three weeks reveal that, so far, ₹387 crore have already been earned by disposing of the scrap and by the time the four week campaign closes, the figure is likely to go up to… pic.twitter.com/jOS19X6YDw
— Dr Jitendra Singh (@DrJitendraSingh) October 28, 2025
इस वर्ष का थीम ‘कचरे से धन’ अभियान का अगला चरण है, जो रिसाइक्लिंग और वेस्ट-टू-वेल्थ मॉडल पर केंद्रित है। मंत्रालय ने सभी केंद्रीय मंत्रालयों, राज्य सरकारों और स्थानीय निकायों को सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने और साझा करने का निर्देश दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह अभियान न केवल पर्यावरण संरक्षण करेगा, बल्कि रोजगार सृजन में भी योगदान देगा।
स्वच्छता अभियान 5.0 को स्पेशल कैंपेन 5.0 भी कहा जाता है। यह भारत सरकार द्वारा चलाया जा रहा एक महत्वपूर्ण स्वच्छता और प्रशासनिक सुधार अभियान है। यह स्वच्छ भारत मिशन का हिस्सा है, जो महात्मा गांधी के स्वच्छता के सपने को साकार करने के उद्देश्य से 2014 में शुरू हुआ था।
