केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में चुनावी सुधारो पर भाषण दिया। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि 2004 तक SIR का कभी विरोध नहीं हुआ, लेकिन पिछले 4 महीने से विपक्ष झूठ फैला रहा है। उन्होंने कहा SIR केवल मतदाता सूची का शुद्धिकरण है। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कोई भी राज्य का मुख्यमंत्री या देश का प्रधानमंत्री सुरक्षित रह सकता है, जब घुसपैठिए उनका चुनाव करेंगे। अमित शाह ने कहा कि वोट देने का अधिकार विदेशियों को नहीं होना चाहिए।
अमित शाह ने कहा, “देश के संविधान के अनुच्छेद 324 से चुनाव आयोग की रचना हुई, एक प्रकार से चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है। संविधान में चुनाव आयोग का गठन, उसकी शक्तियां, चुनावी प्रक्रिया, मतदाता की परिभाषा और मतदाता सूची को तैयार करने तथा उसे सुधारने का प्रावधान किया गया और प्रावधान जब किया गया तब हमारी पार्टी बनी ही नहीं थी।”
अमित शाह ने आगे कहा, “2004 के बाद, अब 2025 में SIR हो रहा है और इस समय सरकार NDA की है। 2004 तक SIR प्रक्रिया का किसी भी दल ने विरोध नहीं किया था। क्योंकि यह चुनावों को पवित्र रखने की प्रक्रिया है। लोकतंत्र में चुनाव जिस आधार पर होते हैं, अगर वो मतदाता सूची ही प्रदूषित है तो चुनाव कैसे साफ हो सकता है। समय-समय पर मतदाता सूची का गहन पुनर्निरीक्षण जरूरी है, इसलिए चुनाव आयोग ने निर्णय लिया कि 2025 में SIR किया जाएगा।”
अमित शाह ने कहा कि क्या किसी भी देश का लोकतंत्र सुरक्षित रह सकता है, अगर उस देश का प्रधानमंत्री और राज्य का मुख्यमंत्री कौन होगा, यह घुसपैठिए तय करें? उन्होंने कहा, “एक मतदाता का एक से ज़्यादा जगह वोट नहीं होना चाहिए। जिन लोगों की मृत्यु हो चुकी है, उनका नाम मतदाता सूची में नहीं होना चाहिए। ये SIR, मतदाता सूची का शुद्धिकरण है।”
