बिहार चुनाव से पहले लगातार सत्ता पक्ष- विपक्ष एक दूसरे को घेरने में लगा हुआ है। इसी कड़ी में बीजेपी के प्रवक्ता प्रफुल्ल सहदेव ने अपनी फेसबुक पर एक फोटो शेयर करते हुए RJD को घेरने की कोशिश करते दिखे।
आरजेडी पार्टी के संस्थापक और बिहार के तीन बार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव कई महीनों से चारा घोटाला को लेकर सजा काट रहे हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री रहते हुए 1996 में हुए चारा घोटाला के मामले में 2018 में सजा सुनाई गई थी। लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाला और सबूत मिटाने के अलग-अलग धाराओं में 14 साल की जेल और जुर्माना भरने की सजा सुनाई गई थी।
आपको बता दें कि 6 मामलों में उन पर कार्रवाई चल रही है जिनमें से 5 मामलों में 4 में उनको सजा सुनाई जा चुकी है।
2018 में जब उनको सजा सुनाई गई थी तब चुनाव आयोग ने उन्हें 11 साल के लिए लोकसभा चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी थी।
2013 में भी उन पर सजा सुनाते हुए 5 साल की जेल हुई थी लेकिन उन्हें कुछ दिन बाद ही जमानत भी मिल गई थी।
शुरू में जब सजा सुनाई गई थी, तब उनके परिवार द्वारा गुजारिश की जा रही थी कि उन्हें बिहार के जेल में ही रखा जाए क्योंकि उनकी सेहत सही नहीं रहती। लेकिन बिहार में आरजेडी-जेडीयू गठबंधन की सरकार होने के कारण और इसका गलत इस्तेमाल करने की आशंका की वजह से उन्हें झारखंड शिफ्ट कर दिया गया था क्योंकि उस समय झारखंड में भाजपा की सरकार थी।
लेकिन अब हालात बदल चुके हैं। झारखंड में अब महागठबंधन से बनी हेमंत सोरेन की सरकार है जिसमें राजद एक सहयोगी पार्टी है।
क्या है पूरा मामला ?
लालू प्रसाद यादव पर लगातार आरोप लगते हैं कि 2018 में सजा मिलने के बाद उन्होंने अपना ज्यादातर समय जेल की जगह अस्पताल में बिताए हैं।
इसी को देखते हुए बीजेपी के प्रवक्ता प्रफुल्ल सहदेव ने फेसबुक पर एक तस्वीर साझा करते हुए बताया है कि, किस तरीके से लालू प्रसाद यादव ने अस्पताल को राजनीतिक चर्चा का केंद्र बना रखा है।
तस्वीर में झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता भी देखे जा सकते हैं। साथ ही लालू प्रसाद फोन पर किसी से बात करते हुए दिख रहे हैं।
वहीं पर और भी लोग मौजूद हैं, बताया जा रहा है कि वह कोरोना में लगाए गए कानून की अवहेलना कर रहे हैं।
राजनीतिक हत्या, कोरोना संक्रमण और बिहार में आई बाढ़ से हुए नुकसान को लेकर लगातार राजद पार्टी सरकार को घेरती नज़र आ रही है। वहीं इस घटना की वजह से अब राजद को घेरा जा रहा है।
अगर प्रफुल्ल सहदेव की बातों की माने तो यही लगता है कि बिहार चुनाव की तैयारी लालू प्रसाद यादव ने अस्पताल में रहते हुए ही शुरू कर दी है।