जिस लड़ाकू विमान का भारत की सेना व पुरे देश को बेसब्री से इंतजार था। वह फाइटर जेट राफेल बहुत जल्द अब भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल होने जा रहा है। राफेल की पहली खेप बुधवार को हरियाणा के अंबाला में स्थित वायु सेना के बेस पर पहुंचेगी।
यहीं से राफेल को भारतीय वायुसेना में आधिकारिक तौर पर शामिल कर लिया जाएगा। सोमवार को सभी पांच विमान फ्रांस से रवाना हुए, सात घंटे का सफर करके UAE पहुंचे और फिर वहां से भारत के लिए उड़ान भरेंगे।
राफेल एक फ्रांसीसी कंपनी डैसॉल्ट एविएशन द्वारा निर्मित दो इंजन वाला मध्यम मल्टी-रोल कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एमएमआरसीए) है। राफेल आधिकारिक रूप से पिछले साल मिल गए थे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पिछले वर्ष फ्रांस गए थे तब उन्होंने वहां विधिवत रूप से राफेल की पूजा की थी। जिसके बाद आधिकारिक तौर राफेल भारतीय वायु सेना का हिस्सा बन चुका था।
भारतीय वायुसेना के मुताबिक, इन्हें अभी अंबाला बेस स्टेशन पर रखा जाएगा इसलिए बुधवार को सभी विमान वहां पर ही पहुंचेंगे।
आइये जानते है क्या है राफेल की खासियत
* राफेल चौथी पीढ़ी का फाइटर जेट है
* राफेल न्यूक्लियर हथियारों को ले जाने में सक्षम हैं
* स्पीड 2,130 किमी/घंटा और मारक क्षमता 3700 किमी. तक
* 150 किमी की बियोंड विज़ुअल रेंज मिसाइल
* हवा से जमीन पर मार वाली स्कैल्प मिसाइल
* 24,500 किलो भार उठाने में सक्षम और 60 घंटे की अतिरिक्त उड़ान
* 1 मिनट में 60,000 फ़ुट की ऊंचाई और 4.5 जेनरेशन के ट्विन इंजन से लैस