सुशांत सिंह राजपूत के न्याय के लिए जन की बात की टीम और जन की बात के फाउंडर एंड सीईओ प्रदीप भंडारी ने सोशल मीडिया पर एक कैंपेन शुरू किया।सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु 14 जून को हुई थी और आज 14 अगस्त है ,यानी कि सुशांत की मृत्यु के कुल 2 महीने पूरे हो गए हैं। लेकिन अभी तक सुशांत को न्याय नहीं मिल पाया है। आपको बता दें सुशांत सिंह राजपूत की मौत के 60 दिन गुजर गए लेकिन अभी तक मुंबई पुलिस ने किसी एक को भी अरेस्ट नहीं किया है। साथ ही साथ किसी पर एफआईआर तक नहीं दर्ज किया है। जब सुशांत सिंह राजपूत के पिता ने पटना में रिया चक्रवर्ती समेत पांच लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई तब सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध मौत के मामले में पहली एफआईआर दर्ज हुई। उसके बाद से ईडी ने भी रिया चक्रवर्ती से पूछताछ की और रिया चक्रवर्ती ईडी के सवालों के जवाब भी नहीं दे पाई।
2 घंटे में 35 हजार से अधिक लोगों ने बदला डीपी
आपको बता दें कि जन की बात के फाउंडर एंड सीईओ प्रदीप भंडारी ने सुशांत सिंह राजपूत के न्याय के लिए सोशल मीडिया पर एक कैंपेन शुरू किया। जिसमें उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि लोग अपनी प्रोफाइल डीपी बदल कर सुशांत की डीपी लगाएं और उस डीपी पर #JusticeForSSR लिखा हो। लोगों ने इस कैंपेन को खुलकर समर्थन दिया और लोगों ने इसके समर्थन में अपनी डीपी बदली और सुशांत सिंह राजपूत की डीपी लगाई। साथ ही साथ लोगों ने एक सुर में सुशांत सिंह राजपूत के लिए सीबीआई जांच की मांग की और उम्मीद किया कि सुशांत को जल्द से जल्द न्याय मिलेगा। आपको बता दें कि जन की बात के फाउंडर प्रदीप भंडारी ने भी अपनी डीपी बदली। साथ ही साथ मशहूर वकील प्रशांत पटेल ने भी इसके समर्थन में ट्वीट किया और अपनी डीपी बदली। पूरा देश इस वक्त सुशांत सिंह राजपूत के न्याय के लिए अपनी आवाज उठा रहा है और लगातार सोशल मीडिया पर सुशांत के समर्थन के लिए कई ट्रेंड चलाए जा रहे हैं। बिहार सरकार ने सीबीआई जांच की सिफारिश भी की है और केंद्र सरकार ने मान भी लिया है। लेकिन महाराष्ट्र सरकार और रिया चक्रवर्ती सीबीआई जांच में रोड़ा बन रही हैं।