एंटीलिया मामले में एक नया मोड़ आया है। आपको बता दें कि महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई पुलिस के कमिश्नर परमवीर सिंह को हटा दिया है और उन्हें डीजी होमगार्ड बना दिया गया है। एंटीलिया मामला काफी दिनों से छाया हुआ है और इसमें एनआईए ने मुंबई के असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वाजे को गिरफ्तार किया है। सचिन वाजे के खिलाफ एनआईए को सबूत मिले हैं और उनके ऑफिस से उनके लैपटॉप भी सीज कर लिए गए हैं। आपको बता दें कि सचिन मामले में महाराष्ट्र सरकार लगातार घिरती जा रही थी। बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने ही मुद्दा उठाया था जिसके बाद ये मामला सुर्खियों में आया। आपको बता दें कि सचिन वाजे मामले में एनआईए को और भी सबूत मिले हैं। एक शख्स जो कि पीपीई किट पहनकर अंबानी के घर जा रहा था, एनआईए ने कहा है कि वह कोई और नहीं बल्कि सचिन वाजे ही थे। इसके साथ ही एनआईए ने एक मर्सिडीज गाड़ी भी जब्त की है जिसका सचिन ने उपयोग किया था और इस गाड़ी का भी मामले से तगड़ा संबंध है।
आपको बता दें कि एंटीलिया मामले में जिस शख्स की स्कॉर्पियो थी उसकी मृत्यु हो गई है। बाद में उनकी पत्नी ने ही सचिन वाजे के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी और बयान दिया था कि सचिन ने ही उनके पति की हत्या की है। इसके बाद पता चला था कि जो स्कॉर्पियो मुकेश अंबानी के घर के सामने मिली थी उसे सचिन ने 2 महीने से अधिक समय तक चलाया है।
आपको बता दें कि इसके पहले मुंबई के पुलिस कमिश्नर और सचिन वाजे पर सुशांत मामले में भी लोगों ने सवाल उठाया था और लगातार सोशल मीडिया पर लोग परमवीर और सचिन वाजे के खिलाफ लिख रहे थे। सुशांत मामले में देरी से कार्यवाही का कारण भी लोग परमवीर सिंह को ही मानते हैं, क्योंकि वही मुंबई पुलिस के कमिश्नर थे। जब सुशांत के लिए न्याय की लड़ाई प्रदीप भंडारी लड़ रहे थे तब उन्हें रोकने के लिए परमवीर सिंह के नेतृत्व में मुंबई पुलिस ने उनके ऊपर फर्जी मुकदमें डाले थे ,जिसका समन आज भी उन्हें आता है।