फीफा ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) को निलंबित कर दिया है। इसका मतलब देश में 11 अक्टूबर से शुरू होने वाला महिला अंडर-17 विश्व कप योजना के मुताबिक नहीं होगा। दरअसल फीफा ने इसे ‘तीसरे पक्ष के प्रभाव’ पर निलंबित किया है।
मंगलवार को अपने शो जनता का मुकदमा पर शो के होस्ट प्रदीप भंडारी ने इसी मुद्दे पर मुकदमा किया।
प्रदीप भंडारी ने कहा की प्रफुल्ल पटेल जी सवाल तो उठेंगे, क्योंकि जो ऑडियो टेप आज हम दिखा रहे है ये कई बड़े सवाल खड़े करता है। इस टेप में प्रफुल्ल पटेल कुछ राज्य प्रशासन से बात कर रहे है और ये टेप 6 अगस्त 2022 का टेप है। इसमें प्रफुल्ल पटेल ये मानते है की लेटर उन्होंने एक्सेस किया जिससे की हिंदुस्तान का FIFA में बैन हो जाए ताकि प्रफुल्ल पटेल वापिस से अध्यक्ष बन जाए।
प्रफुल्ल पटेल कहते है मैने FIFA लेटर आपकी मदद करने के लिऐ लिया उस लेटर में साफ लिखा है की FIFA भारत को वर्ड कप में नही खेलने देगा। और इस इलेक्शन मे वो ही 36 लोग हिस्सेदार हैं जो उनके दोस्त थे । प्रफुल्ल पटेल ने राज्य संघों के साथ मिलकर चुनाव नहीं होने दिया। इधर पटेल चुनाव में अड़ंगा लगाते रहे। दूसरी ओर FIFA में अपनी जुगाड़ से AIFF को बैन करने की कोशिशों में भी लगे रहे।
Did Praful Patel instigate FIFA against India? Is #prafulpatel to blame for #FIFA stripping India off its rights to host U-17 women's World Cup?
Pradeep Bhandari accesses explosive purported #PrafulPatelAudioTape on #IndianFootballScandal debate on @IndiaNews_itv.@pradip103 pic.twitter.com/TFtLOzqf5t
— Jan Ki Baat (@jankibaat1) August 16, 2022
प्रदीप भंडारी ने कहा की जब 2 महीने बाद भारत FIFA वूमेन वर्ल्ड कप होस्ट करने वाला है अंडर- 17 उसके पहले ये सब हो रहा है। देश को प्रफुल्ल पटेल ने शर्मशार किया है ताकि ये अध्यक्ष बने रहे।
दरअसल, चुनाव न होने के चलते भारतीय फुटबॉल को सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमेटी ऑफ एडमिनिस्ट्रेटर्स (COA) चला रही है। मगर नियम कहता है कि किसी भी देश में अगर फुटबॉल को चलाने वाली प्रॉपर संस्था या ऑर्गनाइजिंग बॉडी नहीं हो तो उसकी मान्यता खतरे में पड़ सकती है। इसका मतलब ये है कि अब अक्टूबर में होने वाले महिला अंडर-17 विश्व कप की मेजबानी भारत से छीन गई।